Ghaziabad News : पति से विवाद के बाद अलग रह रही एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर बेटे के अपहरण का नाटक रचा। महिला ने शुक्रवार को पुलिस को कॉल करके सूचना दी थी कि उसके सात वर्षीय बच्चे का अपहरण हो गया है। महिला ने दो युवकों पर शक भी जाहिर किया था। लेकिन पुलिस ने जांच के बाद इस नाटक का पर्दा उठा दिया।
पति से अलग रह रही थी महिला
रविवार को पुलिस ने झूठी सूचना देकर पुलिस को परेशान करने के आरोप में दीपिका पांडेय नाम की महिला और उसके प्रेमी नीरज को को गिरफ्तार कर लिया है। नीरज हापुड़ का रहने वाला है। दीपिका का विवाह जौनपुर जनपद में हुआ था लेकिन पति से विवाद के बाद वह कई वर्षों से विजयनगर थानाक्षेत्र में अलग रह रही है। पुलिस ने बताया कि दीपिका की ओर से एक युवक पर दुष्कर्म का मुकदमा भी दर्ज कराया हुआ था। उसके बाद उसी युवक के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले में जांच के बाद पुलिस कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर चुकी है। दूसरों को फंसाने के लिए इस बार महिला ने अपने ही पुत्र का अपहरण करने का नाटक रच डाला।
बच्चे को स्कूल से आया लाई थी
डीसीपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि दीपिका प्रताप विहार में रहती है। उसका बच्चा पास के ही एक स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता है। शुक्रवार को स्कूल की आया घर छोड़ने आई थी, जहां से दीपिका के ही कहने पर उसकी एक मित्र ने बच्चे को रिसीव किया और अपने घर ले गई। दीपिका ने अपनी मित्र से कहा था कि मैं बीमार हूं, बच्चे को अपने पास ही रखो। दूसरी ओर स्कूल से लौटते समय बच्चे के अपहरण की झूठी एफआईआर दर्ज करा दी। बाद में मित्र ने बच्चे को ले जाने के लिए कहा तो उसने हापुड़ में रहने वाले अपने मित्र नीरज के यहां भेज दिया। पुलिस को बच्चे के हापुड़ में होने की सूचना मिली तो पुलिस हापुड़ पहुंची। इस बीच नीरज ने बच्चे को दीपिका की बहन लक्ष्मी तिवारी के पास पहुंचा दिया। जहां से पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया।
आशु और लोकेश को रंजिशन फंसाना चाहती थी दीपिका
अपहरण के झूठे मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि दीपिका पांडेय अपने पति से विवाद के बाद आशु नाम के युवक के संपर्क में आई। दोनों दोस्त हो गए लेकिन बाद में किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया था। आशु के खिलाफ उसने दुष्कर्म का झूठा मुकदमा भी दर्ज कराया था। मामले में आशु के दोस्त लोकेश ने उसकी बुरे वक्त में मदद की थी। इसी रंजिश के चलते दीपिका ने अपने पुत्र के अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी और आशु व लोकेश पर शक जाहिर किया।