प्रतीक ग्रुप पर 43,46,709 रुपए बकाया, नहीं देने पर सेल्स ऑफिस सील

गाजियाबाद नगर निगम का बड़ा एक्शन : प्रतीक ग्रुप पर 43,46,709 रुपए बकाया, नहीं देने पर सेल्स ऑफिस सील

प्रतीक ग्रुप पर 43,46,709 रुपए बकाया, नहीं देने पर सेल्स ऑफिस सील

Google Image | प्रतीक ग्रुप का सेल्स ऑफिस सील

Ghaziabad News : सिद्धार्थ विहार की प्रतीक ग्रैंड सिटी प्रोजेक्ट को नगर निगम ने सोमवार दोपहर सील कर दिया। प्रतीक ग्रुप पर प्रॉपर्टी टैक्स के 43,46,709 रुपए बकाया हैं। लगातार नोटिस देने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया तो मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ.संजीव सिन्हा पुलिस प्रवर्तन दस्ते के साथ ग्रुप के सेल्स आफिस पहुंचे और कार्यालय को सील कर दिया। यदि बकाया का भुगतान नहीं किया गया तो कुर्की और नीलामी करके कर की वसूली की जाएगी। 

प्रतीक ग्रुप के सेल्स ऑफिस पर नोटिस चस्पा किया
सील करने के साथ नोटिस चस्पा किया गया। जिस पर लिखा है कि यहां पर संपत्ति खरीदने से पहले नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण-पत्र जरूर प्राप्त कर लें। आर्थिक संकट से जूझ रहे नगर निगम को संपत्ति कर (प्रॉपर्टी टैक्स) से इस बार बड़ी उम्मीद है। वित्तीय वर्ष 2022-23 इसी सप्ताह खत्म हो जाएगा और इसीलिए नगर निगम ने संपत्ति कर की वसूली के लिए कार्रवाई तेज कर दी है। 

अभी तक 180 करोड़ रुपए की वसूली हुई
डॉ.सिन्हा ने बताया कि इस साल अभी तक 180 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है, जबकि पिछले वर्ष 155 करोड़ रुपए संपत्ति कर के रूप में मिले थे। हालांकि, इस साल करीब ढाई लाख नए करदाता भी जुड़े थे। इसीलिए नगर निगम का लक्ष्य 350 करोड़ रुपये है। इसके मुकाबले काफी कम लोगों ने कर का भुगतान किया है। 

अगले चार दिन एक्शन जारी रहेगा
उन्होंने बताया कि एक सप्ताह से संपत्तियों को सील करने की कार्रवाई चल रही है। इस दौरान कई बड़े बकायेदारों ने सीलिंग से डरकर टैक्स का भुगतान किया है। प्रतीक ग्रैंड सिटी पर साल 2016-17 से कर लगाया जा रहा है। अभी तक बिल्डर की ओर से एक भी बार संपत्ति कर का भुगतान नहीं किया गया है। इस वर्ष भी नोटिस दिया गया, जिसका संज्ञान नहीं लिया। सोमवार को प्रतीक ग्रैंड सिटी के साथ पांच और बड़ी संपत्तियां सील की गई हैं। अगले चार दिन यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। इस संबंध में प्रतीक ग्रैंड सिटी के अध्यक्ष एसके मित्तल से संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्हें फोन काट दिया। मैसेज का भी उनक ओर से कोई जवाब नहीं आया।

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