बच्चे संस्कृति और पुरातन संगीत से जुड़ें, उन्होंने कहा - शांति के पुजारी की धरती पर जन्म लेना सौभाग्य

गाजियाबाद में बोले प्रो. किरण सेठ : बच्चे संस्कृति और पुरातन संगीत से जुड़ें, उन्होंने कहा - शांति के पुजारी की धरती पर जन्म लेना सौभाग्य

बच्चे संस्कृति और पुरातन संगीत से जुड़ें, उन्होंने कहा - शांति के पुजारी की धरती पर जन्म लेना सौभाग्य

Tricity Today | अपनी साइकिल पर प्रोफेसर किरण सेठ, उनके स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करते स्कूली बच्चे।

Ghaziabad News : यह हमारा परम सौभाग्य है कि हमने उस महात्मा की धरती पर जन्म लिया है जिसने संपूर्ण विश्व को शांति का संदेश दिया था। साइकिल पर भारत भ्रमण के अंतिम चरण में गांधी जयंती के अवसर पर गाजियाबाद पहुंचे पदमश्री प्रोफेसर किरण सेठ (75 वर्ष) ने सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल के बच्चों को फिटनेस का संदेश देने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और पुरातन संगीत से जुड़ने का भी आग्रह किया।

विकास के साथ सांस्कृतिक विरासत भी जरूरी
प्रो. सेठ ने आह्वान किया कि 21वीं सदी के भारत में विकास के साथ-साथ हमारी सांस्कृतिक विरासत का विकास भी जरूरी है। जो हमारे राष्ट्र की अस्मिता की पहचान है। उन्होंने कहा कि हमारी सभ्यता, संस्कृति, साहित्य और संगीत के प्रति अन्य देशों के लोगों में रुचि बढ़ रही है। हमें इस बात पर गर्व होना चाहिए। इसके साथ ही हमें यह भी ध्यान रखना है कि हमारी संस्कृति और कैसे पल्लवित हो सकती है।

होली चाइल्ड चौक पर नागरिक हुआ अभिनंदन
प्रोफेसर का स्वागत करते हुए स्कूल की निदेशक तन्वी कपूर गोयल ने कहा कि आप हम सभी की प्रेरणा के स्रोत हैं। सुश्री गोयल ने कहा कि यह सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल के लिए ही नहीं बल्कि पूरे महानगर के लिए गौरव का पल है। आपके आगमन से गाजियाबाद को एक ऐतिहासिक अध्याय का हिस्सा बनने का अवसर प्राप्त हुआ। नेहरू नगर स्थित सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल में बच्चों द्वारा प्रोफेसर किरण सेठ का होली चाइल्ड चौक पर नागरिक अभिनंदन किया गया।

15 अगस्त, 2022 को शुरू की थी यात्रा
बता दें कि किरण सेठ ने सांस्कृतिक विरासत के प्रति लोगों में ललक जगाने की मुहिम को लेकर 15 अगस्त, 2022 को दिल्ली से अपनी साहसिक एकल साइकिल यात्रा प्रारंभ की थी। सेठ की कन्याकुमारी से कश्मीर और राजघाट तक की यात्रा के अंतिम चरण का शुभारंभ सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल से हुआ। दिल्ली में महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर पहुंचकर उनकी यात्रा संपन्न हो गई।

बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर स्वागत किया
प्रोफेसर सेठ के स्वागत में नन्हे मुन्ने बच्चों ने लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी के जीवन से संबंधित विभिन्न प्रसंगों को नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से प्रदर्शित कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर पार्षद अजित निगम, आभा बंसल व उमा नवानी, मंजू कौशिक, एकता कोहली, सोनिया सेहरा आदि ने उन्हें विदाई दी।

प्रोफेसर किरण सेठ के बारे में जानें
पदमश्री जैसे सम्मानित पुरुस्कार से नवाजे जा चुके प्रोफेसर किरण सेठ आईआईटी दिल्ली के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष रहे हैं। प्रोफेसर सेठ स्पीक मैके (सोसायटी फॉर प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंगस्ट यूथ) के संस्थापक हैं। सांस्कृतिक विरासत के प्रति लोगों में ललक जगाने की मुहिम को लेकर कन्याकुमारी से कश्मीर तक अकेले साइकिल यात्रा कर उन्होंने देश के समक्ष एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.