Ghaziabad News : लोकसभा चुनाव को लेकर जहां एक ओर एनडीए अपनी ताकत को मजबूत करने में लगा है, वहीं विपक्षी एकजुट होकर 2024 में भाजपा को परास्त करने के लिए एलायंस बनाने में जुटे हैं। क्या इस नए एलायंस से किसानों को कोई उम्मीद है? इस सवाल पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, “सरकार किसी की भी बने, आंदोलन मजबूत नहीं होगा तो कोई भी किसानों की सुनने वाला नहीं है। आंदोलन मजबूत होगा तो सरकार किसी की भी हो, ठीक काम करेगी।”
किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुआ था मामला
किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए एक मामले में बयान देने के लिए राकेश टिकैत मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पहुंचे थे। साल 2021 में राकेश टिकैत के मोबाइल फोन पर जान से मारने की धमकी मिलने के बाद उनके समर्थक प्रज्वल त्यागी की ओर से कौशांबी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। राकेश टिकैत ने कहा, “नौजवान कई बार किसी के बहकावे में आकर गलती कर देते हैं। हर आदमी को अपनी बात कहने और विरोध दर्ज कराने का हक है, लेकिन सामने वाले के सम्मान का भी ध्यान रखना चाहिए। हम सामाजिक लोग हैं। गलत भाषा का प्रयोग करना न तो कानूनी दृष्टि से और न ही सामाजिक दृष्टि से सही है।”