माफिया और विधायक मुख्तार अंसारी के साम्राज्य को धूल में मिला देने वाली पीसीएस अफसर ऋतु सुहास अब गाजियाबाद में कानून व्यवस्था और प्रशासन संभालेंगी। उन्हें राज्य सरकार ने एडीएम प्रशासन के तौर पर सोमवार को गाजियाबाद में तैनाती दी है। ऋतु सुहास ने लखनऊ में कोरोना काल के दौरान कोविड कमांड सेंटर की जिम्मेदारी बखूबी संभाली और हजारों परिवारों की मदद की।
ऋतु सुहास अभी लखनऊ विकास प्राधिकरण में बतौर जॉइंट सेक्रेटरी काम कर रही थीं। ऋतु ने मुख्तार अंसारी के जियामऊ में दो अवैध निर्माण, कैसरबाग में ड्रैगन मॉल, रानी सल्तनत में अवैध निर्माण को ध्वस्त करवाया था। ख़ास बात यह है कि ऋतु ने इस कार्रवाई में कानूनों का पूरा पालन किया। जिसकी बदौलत हर मामले में एलडीए को कोर्ट में किसी तरह के सवाल का सामना नहीं करना पड़ा। उनको अब एनसीआर के गाजियाबाद जिले में बहुत अहम पद पर भेजा गया है। दरअसल, ऋतु के पति सुहास एलवाई गौतमबुद्ध नगर के डीएम हैं। ऐसे में दोनों के तैनाती जिले दूर होने कारण पारिवारिक दायित्व प्रभावित हो रहे थे।
सामान्य परिवार से मेहनत के बूते यहां पहुंची
ऋतु सुहास 2004 बैच की पीसीएस अफसर हैं। एक एडमिनिस्ट्रेटिव अफसर होते वह बेहद कलात्मक सोच रखती हैं। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह मिसेज इंडिया-2019 का खिताब जीत चुकी हैं। ऋतु सुहास प्रतियोगी छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, क्योंकि कभी उनके पास कोचिंग और अखबार के पैसे नहीं होते थे। उन्होंने अपनी एक सहेली के नोट्स के माध्यम से सेल्फ स्टडी करके पीसीएस में कामयाबी हासिल की है।
खादी का प्रोमोशन करने के लिए मॉडलिंग की
ऋतु ने उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग की मदद करने के लिए कपड़ों का प्रचार किया है। वह खादी के लिए मॉडलिंग करती हैं। ऋतु ने बताया कि घर में फाइनेंसियल प्रॉब्लम काफी ज्यादा थीं। कोचिंग की फीस जमा करने के लिए पैसे नहीं थे। एक इंग्लिश न्यूज पेपर डेली पढ़ती थीं, लेकिन, महीने में पैसे देने के लिए नहीं जुट पाते थे। इसलिए छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। ऋतु सुहास ने 2003 में पीसीएस की तैयारी करने का डिसीजन किया था। रिश्तेदार घर से बाहर निकलकर पढ़ाई करने से खुश नहीं थे लेकिन, पैरेंट्स ने पूरा सपोर्ट किया। मां एक-एक पैसे जोड़ा करती थीं ताकि हम भाई-बहन की छोटी-छोटी जरुरतें पूरी हो सकें।
सहेली के नोट्स पढ़कर अफसर बन गईं
ऋतु ने बताया कि उनकी एक फ्रैंड थी, वह भी पीसीएस की कोचिंग करती थीं। ऋतु रोज शाम को उसके घर जाकर उसके नोट्स से अपना नोट्स तैयार करती थीं। बाद में उसे पढ़ा करती थीं। ऋतु और यूपी कैडर के आईएएस सुहास एलवाई की शादी 2008 में हुई थी। दोनों के 2 बच्चे हैं।
पति सुहास एलवाई भी कुछ कम नहीं
सुहास एलवाई भी कम नहीं हैं। वह एक आईएएस होने के अलावा ओलम्पियन भी हैं। सुहास लालिनकेरे यतिराज पेशेवर पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वह वर्तमान में पुरुष एकल में दुनिया में दूसरे नंबर पर हैं। वर्ष 2007 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। पूर्व में प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत थे। मार्च 2018 में वाराणसी में आयोजित दूसरी राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में पुरुष एकल वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने के बाद वह राष्ट्रीय चैंपियन बने थे। मूल रूप से हासन कर्नाटक के निवासी हैं लेकिन बेहतरीन हिंदी बोलते हैं। यूपी में महराजगंज, हाथरस, सोनभद्र, जौनपुर, आजमगढ़ और इलाहाबाद के डीएम रह चुके हैं।
एलडीए में अमित राठौर लेंगे ऋतु की जगह
अमित राठौर को एलडीए में ओएसडी बनाया गया है। उनके जरिये ऋतु सुहास की कमी को पूरा करने की कोशिश है। इसके अलावा सीडीओ उन्नाव सरनीत कौर को परिवहन निगम में एएमडी बनाया गया है। जॉइंट मजिस्ट्रेट दिव्यांशु पटेल को सीडीओ उन्नाव बनाया गया है। एडीएम गाजियाबाद संतोष वैश्य को अपर आयुक्त आज़मगढ़ बनाया गया है। पूनम निगम को एडीएम जालौन बनाया गया है। प्रमिल कुमार सिंह को अब अपर आयुक्त झांसी के पद पर नियुक्त किया गया है।