Ghaziabad News : गाजियाबाद के प्रताप विहार से एक बड़ी सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां ई ब्लॉक रामलीला मैदान में भागगत कथा का आयोजन किया जा रहा था। किसी शरारती तत्व ने मौके पर पाकर चार वर्ष पुराना पवित्र ग्रंथ चोरी कर लिया है। बड़ी बात यह है कि चोर ने वहां रखे रुपये या अन्य किसी सामान को हाथ तक नहीं लगाया। श्रद्धालुओं में इस घटना को लेकर काफी रोष है। पुलिस ने मामले के जल्द खुलासे का आश्वासन देकर श्रद्धालुओं को शांत कराया है। पुलिस को 24 घंटे में मामले का खुलासा न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। विजयनगर थाना पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है।
15 दिसंबर से चल रही थी कथा
भारतीय सनातन सेवा संस्थान के द्वारा प्रताप विहार के ई ब्लॉक रामलीला मैदान में 15 दिसंबर से भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। हरिद्वार में मोहन गोकुलधाम के पीठाधीश्वर कृष्ण संजय भागवत कथा कर रहे हैं। पीठाधीश्वर ने बताया कि उनके पास 400 साल पुरानी भगवद् गीता थी, जिसे पढ़कर वह पाठ करते रहे हैं। प्रताप विहार में भी रोजाना सैकड़ों लोग कथा लाभ ले रहे थे। कथा सुनने के बाद रात में सभी लोग अपने- अपने घर चले गए। सुबह होने पर व्यास पीठ पर रखी भगवद् गीता नहीं मिली।
रुपये और फल, सब रखे हैं
सुबह करीब 10 बजे भागवत गीता के व्यास पीठ पर न मिलने से हड़कंप मच गया। पास में पाठी के दौरान चढ़ाए गए रुपये और फल समेत अन्य सभी सामान यथावत थे, लेकिन पवित्र ग्रंथ गायब हो गया। रात के समय ग्रंथ की रखवाली के लिए दो लोगों की डयूटी थी लेकिन रात में उन्हें नींद आ गई और शरारती तत्वों ने मौका पाकर वारदात को अंजाम दे दिया।
सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
शरारती तत्वों की धरपकड़ के लिए पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही है। श्रद्धालुओ को कहना है कि वारदात को किसी चोर ने अंजाम दिया होता तो वह सबसे पहले रुपये लेता, लेकिन रुपये वैसे ही रखे हैं, इससे साफ है कि वारदात को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से अंजाम दिया गया है। एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी का कहना है कि पुलिस मामले को लेकर गंभीर है। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही अपराधी पुलिस गिरफ्त में होंगे।