गाजियाबाद में जो काम तहरीर नहीं कर पा रही थी, पोस्टर ने एक झटके में कर दिया, जानें कैसे

दबंगों ने जीना दुश्वार किया : गाजियाबाद में जो काम तहरीर नहीं कर पा रही थी, पोस्टर ने एक झटके में कर दिया, जानें कैसे

गाजियाबाद में जो काम तहरीर नहीं कर पा रही थी, पोस्टर ने एक झटके में कर दिया, जानें कैसे

Tricity Today | Police Station Niwari

Ghaziabad News : मामला निवाड़ी थानाक्षेत्र के पूठरी गांव का है। यहां रहने वाले सुरेश दबंगोंं से परेशान हैं। वर्षों से उनके साथ मारपीट और गाली- गलौच करने का सिलसिला चला आ रहा है। थाने जाते थे तो पुलिस सुनवाई नहीं करती। सुरेश का आरोप है कि दबंगों की उसकी संपत्ति पर नजर है। ये लोग थाने चौकी में भी सैटिंग रखते हैं और पुलिस मेरी शिकायत पर संज्ञान नहीं लेती। एक साल पहले उनके बेटे की भी मौत हो गई। मौत एक दुर्घटना में हुई थी, जिसकी जांच की मांग वह तभी से करते आ रहे हैं। सुनवाई न होने तंग आकर सुरेश ने घर पर पलायन क‌ा पोस्टर लगा दिया। मामला सोशल मीडिया से होते हुए मीडिया तक पहुंचा तो पुलिस दौड़ने को मजबूर हो गई।

पिछले माह दबंगों ने घर में घुसकर मारपीट की
पूठरी निवासी सुरेश का कहना है कि दबंगों ने अगस्त माह में उसके घर में घुसकर मारपीट की। सबको लाठी डंडों से बुरी तरह‌ पीटा, हम अपने शिकायत लेकर थाने गए लेकिन पुलिस ने एफआईआर तक‌ दर्ज नहीं की। ऐसा पहली बार नहीं हुआ। वर्षों से यह सिलसिला चला आ रहा है, दबंग मारपीट करते रहते हैं और पुलिस उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं करती। पुलिस की मिलीभगत के चलते दबंगों को दुस्साहस बढ़ता जा रहा है, वह पहले बेटे की हत्या कर चुक हैं, अब मेरी भी हत्या कर देंगे। इसलिए पलायन के अलावा मेरे पास कोई विकल्प नहीं है।

एसीपी ने बताया भाई भतीजों से परेशान हैं सुरेश
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि पलायन का पोस्टर लगाने जाने के बाद पुलिस भेजकर जांच कराई गई है। सुरेश ने अपने भाई और भतीजों से जान का खतरा होने की बात कही है। सुरेश के पिता की मौत हो चुकी है, मां जीवित हैं। ये लोग चार भाई हैं। इनका जमीन का बंटवारा नहीं हुआ है, चारों भाई और मां अलग- अलग खेती करते हैं। सुरेश पर केवल चार बीघा जमीन है, जबकि अन्य पर ज्यादा है। सुरेश की मांग है कि उनकी जमीन बराबर कराई जाए। भाईयों के मध्य 2012 में बंबे ‌का पानी चलाने का लेकर हुआ विवाद कोर्ट कचहरी तक पहुंच गया था, जो बाद में समझौता नामा प कोर्ट से खत्म हुआ।

सितंबर 2023 में हो गई थी पुत्र की मृत्यु
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि सुरेश के पुत्र मोनू की सितंबर-2023 में एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। सुरेश का आरोप है कि दबंगों ने उनकी जमीन हड़पने के लिए पिछले वर्ष बेटे मोनू की हत्या करवा दी और उसे दुर्घटना का रूप दे दिया। सांठगांठ के चलते पुलिस ने लाख कोशिश के बाद भी हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया।

सुरेश हत्या का खतरा
सुरेश ने डर जाहिर किया है कि आरोपी मेरी भी हत्या कर देंगे। बेटे की मौत के मामले में वह पुनः निष्पक्ष जांच कराना चाहते हैं। सुरेश ने थाना पुलिस ने आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। सुरेश का कहना है कि जब पुलिस भी मेरी सुनवाई नहीं कर रही तो, मेरे पास दो ही रास्ते हैं, या तो परिवार के साथ आत्महत्या कर लूं या फिर पलायन करके यहां से चला जाऊं।

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