लोन दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, पुलिस की गिरफ्त में आए तो हुआ बड़ा खुलासा

धरे गए धोखेबाज: लोन दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, पुलिस की गिरफ्त में आए तो हुआ बड़ा खुलासा

लोन दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, पुलिस की गिरफ्त में आए तो हुआ बड़ा खुलासा

Tricity Today | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

गाजियाबाद पुलिस ने लोन दिलाने, पॉलिसी रिन्यू कराने और कमीशन दिलाने के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले 9 ठगों को गिरफ्तार किया है। ये ठग बेखौफ होकर इस गोरखधंधे के जरिए लोगों को लूट रहे थे। इन्होंने अब तक सैकड़ों लोगों को करोड़ों रुपये की चपत लगाई है।

ये आरोपी पिछले लम्बे वक्त से इस धंधे में शामिल थे। ये ठग लोन, पॉलिसी रिन्यू और दूसरी सेवाओं का झांसा देकर फर्जी खाते में रुपये डलवाते थे। रुपये मिल जाने के बाद ये उस नंबर को बंद कर देते थे। अगले शिकार के लिए दूसरे नंबर से कॉल करने लगते थे। इस तरह पूरी योजना से ठगी को अंजाम देते थे। एसपी सिटी अभिषेक वर्मा ने इनका खुलासा करते हुए ये जानकारी दी।

साइबर क्राइम सेल प्रभारी सुमित कुमार एवं घंटाघर कोतवाली एसआई मनीष चौधरी, विकास शर्मा की संयुक्त टीम ने नया बस अड्डा पेट्रोल पंप के पास से ठगों को गिरफ्तार किया है। इनमें
  1. आमिर पुत्र मौहम्मद फारूख, निवासी राजीव नगर मण्डोली दिल्ली
  2. अरूण गुलाटी पुत्र मनमोहन गुलाटी, निवासी हर्ष विहार दिल्ली
  3. अमित उर्फ मोनू पुत्र मूलचन्द शर्मा, निवासी गगन विहार भौपुरा
  4. नमित पुत्र हंसराज, निवासी मयूर विहार दिल्ली
  5. शिवम त्यागी पुत्र निरंकार त्यागी, निवासी नवाला मुजफ्फरनगर
  6. कमल शर्मा पुत्र मूलचन्द शर्मा, निवास भौपुरा
  7. विपिन पुत्र विजय कुमार स्टैण्ड नंदनगरी दिल्ली
  8. अनुराग त्यागी पुत्र राजकुमार त्यागी, निवासी तलहेडी देवबंद सहारनपुर
  9. हिमांशु पुत्र अनिल त्यागी,निवासी मुजफ्फरनगर शामिल हैं।

गिरोह के दो सदस्य पुष्पा और नीरज फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार, 16 मोबाइल, आधार कार्ड, पांच चेकबुक और दो कंप्यूटर बरामद किया गया है। एसपी सिटी ने बताया कि ठगों ने लिंक रोड निवासी महिला के साथ पॉलिसी के नाम पर 17 लाख रुपये की ठगी की थी।

एसएसपी कलानिधि नैथानी के आदेश पर मामले की जांच साइबर क्राइम सेल को सौंपी गई थी। मुखबिर द्वारा जानकारी मिली थी कि ठगी करने वाले आरोपित नया बस अड्डा पेट्रोल पंप के सामने मौजूद हैं। सूचना मिलने पर टीम ने कोतवाली पुलिस को साथ लेकर नौ शातिरों को दबोच लिया। ठगों की निशानदेही पर ठगी में प्रयोग होने वाला सामान बरामद किया गया। पूछताछ में ठगों ने बताया कि वह कॉल सेंटर कंपनियों के पुराने कर्मचारियों से एवं इंटरनेट से डाटा लेकर लोगों को कॉल कर लोन, पॉलिसी रिन्यू एवं कमीशन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। ठगी की रकम फर्जी बैंक खातों में डाल कर कैश निकाल लेते थे। इसके बाद उन नंबरों की सिम तोड़ कर फेंक देते थे।

पूछताछ में पता चला है कि कॉल सेंटर के मालिक आमिर और अरुण है। फर्जी बैंक खातों का काम शिवम त्यागी करता था। शिवम अलग-अलग व्यक्तियों के आधार कार्ड पर पते बदलकर बैंक खाते खुलवाता था। सिम कार्ड, मोबाइल और डाटा उपलब्ध कराने का काम अमित और कमल शर्मा करते थे। अन्य गिरफ्तार मेंबर कॉल करके लोगों को झांसे में लेते थे। एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस गिरफ्त में आए ठग अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन सबका अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।

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