Ghaziabad News : हरिद्वार में प्रशासन के द्वारा धर्म संसद का आयोजन रोके जाने पर यति नरसिंहानंद ने सुप्रीम कोर्ट तक पदयात्रा और वहां अनशन का ऐलान किया है। धर्म संसद का आयोजन पहले गाजियाबाद में करने की तैयारी थी, लेकिन परमिशन न मिलने पर आयोजन स्थल बदलकर जूना अखाड़ा, हरिद्वार कर दिया गया था। डासना मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने कहा है कि हरिद्वार में हवन पूरा करने के बाद वह सुप्रीम कोर्ट के लिए पदयात्रा शुरू करेंगे और सुप्रीम कोर्ट जाकर अनशन करेंगे।
परमिशन न मिलने पर बदला था आयोजन स्थल
डासना मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने गाजियाबाद में धर्म संसद का आयोजन कराने की तैयारी की थी, लेकिन पुलिस- प्रशासन से अनुमति नहीं मिली। यह आयोजन यति नरसिंहानंद फाउंडेशन को कराना था। आयोजन के लिए यति नरसिंहानंद और फाउंडेशन की महासचिव डा. उदिता त्यागी ने कई बार परमिशन प्राप्त करने के लिए अधिकारियों को आवेदन दिया। उसके बाद भी परमिशन न मिलने पर कार्यक्रम स्थल बदलकर हरिद्वार कर दिया गया लेकिन हरिद्वार में भी प्रशासनिक अनुमति प्राप्त नहीं हुई और आखिर प्रशासन ने आयोजन को रुकवा दिया।
हरिद्वार से पदयात्रा का ऐलान किया
यति नरसिंहानंद ने अब मामले को लेकर हरिद्वार से ही पदयात्रा शुरू करने का ऐलान किया है। यति का कहना है कि वह पदयात्रा करते हुए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। महामंडेश्वर ने हरिद्वार में पुलिस द्वारा धर्म संसद का आयोजन रुकवाने को अलोकतांत्रिक करार दिया है। इस मौके पर डा. उदिता त्यागी भी उनके साथ नजर आईं। उन्होंने कहा कि धर्म संसद का आयोजन रुकवार हरिद्वार पुलिस ने सही नहीं किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में मारे जा रहे हिंदुओं के मामले में शोक मनाने के लिए तीन दिवसीय धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा था। धर्म संसद में हमे जिहादियों से सनातन की रक्षा पर चर्चा करनी थी।
बोले, मैने कभी कुछ गलत नहीं कहा
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने कहा कि उन्होंने इस्लाम धर्म, उनके पैगंबर या फिर कुरान को लेकर कभी कुछ गलत नहीं कहा। उन्होंने कहा कि दो दिन में यज्ञ की आहुति पूर्ण करने के बाद हम पदयात्रा पर निकलेंगे।हरिद्वार से सु्प्रीम कोर्ट तक पैदल जाएंगे और वहां जाकर अनशन करेंगे। हमें इस बात का जवाब चाहिए कि हमारी गलती क्या है? बांग्लादेश में मेरे भाईयों के साथ गलत हो रहा है तो मैं क्या न बोलूं?
पुलिस पर लगाए ये आरोप
यति ने मीडिया से बात करते कहा है कि उनके आयोजन को जबरन रोका गया। टैंट उखड़वा दिया। अखाड़े के दरवाजे पर नोटिस चिपका दिया। उन्होंने प्रशासन पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए कहा है कि हवन पूरा करने के बाद जूना अखाड़े से ही सुप्रीम कोर्ट तक पैदल मार्च के लिए निकलूंगा और वहां जाकर आमरण अनशन करूंगा। जो हिंदुओं के साथ हो रहा है मैनें वही तो बोला है, इसमें गलत क्या है। मेरी आवाज को दबाया जा रहा है, लेकिन मैं लड़ता रहूंगा।