Ghaziabad News : यति संन्यासी मंगलवार दोपहर से गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। वे गृहमंत्री से मिलने दिल्ली जा रहे थे। दिल्ली पुलिस ने उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया। उसके बाद वे वहीं बैठ गए और अनशन शुरू कर दिया। शीतलहर और सर्दी के बीच यति संन्यासी पूरी रात गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे रहे। धरने को निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने भी अपना समर्थन देते हुए कहा कि मांग पूरी नहीं होने पर वह आत्मदाह करेगी।
यह है पूरा मामला
यति संन्यासी हरिद्वार के हर की पौड़ी से 25 दिसंबर को चले और 2 जनवरी को गाजियाबाद दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचे। यहां से वे गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर डासना स्थित शिवशक्ति धाम मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के लिए जेड सिक्योरिटी की मांग करने के लिए जा रहे थे। लेकिन, दिल्ली पुलिस ने सभी यति संन्यासियों को गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया। यति संन्यासियों ने वहीं बैठकर अनशन शुरू कर दिया। इस अनशन को निरंजनी अखाड़े का भी समर्थन प्राप्त हुआ है। निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने कहा है कि यदि उनके गुरु यति नरसिंहानंद गिरी को सरकार जेड सुरक्षा प्रदान नहीं करती है तो वे यहीं आत्मदाह कर लेंगी। इसके बाद वे भी अनशन पर बैठ गईं।
जान से मारने की धमकी
निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने बताया कि डासना स्थित शिवशक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद गिरि को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उनकी जान को सबसे अधिक खतरा है। उन्हें सरकार की तरफ से एक गनर दिया गया है। जबकि उन्हें मिल रही धमकियों को देखते हुए जेड सुरक्षा मिलनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हाल फिलहाल अलीगढ़ और एटीएस द्वारा पकड़े गए आतंकवादियों ने भी स्वीकर किया है कि यति नरसिंहानंद गिरि उनके निशाने पर है। महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने बताया कि संन्यासी का धर्म है कि अपने गुरु के लिए जान भी दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि यदि उनके गुरु की जान को खतरा है तो वे भी इस जीवन का क्या करेंगी। यदि सरकार उन्हें जेड सुरक्षा प्रदान नहीं करती है तो वे आत्मदाह करे लेंगी।