उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद जिले की मुरादनगर हादसे की की जांच विशेष जांच (एसआईटी) से कराये जाने का आदेश दिया है। यह जानकारी आज यहां एक सरकारी प्रवक्ता ने दी। गौरतलब है कि रविवार तीन जनवरी को तेज बारिश के बीच मुरादनगर में बंबामार्ग पर स्थित श्मशान घाट परिसर में नवनिर्मित गैलरी की छत और दीवार गिरने से बुजुर्ग की अंत्येष्टि के लिए वहां एकत्र 4० से अधिक लोग मलबे में दब गये थे। इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गयी जबकि कई अन्य घायल हो गये थे।
इस मामले नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी (ईओ) निहारिका सिंह, कनिष्ठ अभियंता सीपी सिंह और सुपरवाइजर आशीष के अलावा ठेकेदार अजय त्यागी समेत पांच लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सरकार की ओर से हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों को दस लाख रूपये की आर्थिक मदद और आवासहीन प्रभावित परिवार को आवास दिये जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने निमार्ण कार्य से सरकारी धन के हुए नुकसान की भरपाई सम्बंधित ठेकेदार तथा अभियंताओं से करने के भी निदेर्श दिए हैं। उन्होंने इस हादसे के अभियुक्तों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत भी कार्यवाही किये जाने के निदेर्श दिये हैं।
इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री ने मुरादनगर श्मशान स्थल दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के आश्रितों को दस-दस लाख रुपये की आर्थिक मदद और प्रत्येक आवासहीन परिवार को आवास उपलब्ध कराए जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य से सरकारी धन को हुए नुकसान की भरपाई संबंधित ठेकेदार तथा अभियंताओं से करने और अभियुक्तों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे ।
रविवार को हुए हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी तथा कई अन्य व्यक्ति घायल हो गये थे। हादसे के बाद मुरादनगर नगर पालिका की ईओ निहारिका चौहान, ठेकेदार अजय त्यागी, जेई चंद्रपाल व सुपरवाइजर आशीष समेत अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में रविवार की रात को मामला दर्ज किया गया था।