फ्लैट बायर्स ने कहा- अपनी चमड़ी काटकर नमक छिड़किए तब होगा हमारे दर्द का अहसास

समस्या पूछकर बुरे फंसे भाजपा नेता : फ्लैट बायर्स ने कहा- अपनी चमड़ी काटकर नमक छिड़किए तब होगा हमारे दर्द का अहसास

फ्लैट बायर्स ने कहा- अपनी चमड़ी काटकर नमक छिड़किए तब होगा हमारे दर्द का अहसास

Tricity Today | Gopal Krishna Agarwal

Greater Noida West : चुनावी मौसम आने वाला है। टिकट मांगने वाले नेताओं ने खुद को दावेदार साबित करने के लिए कोशिशें शुरू कर दी हैं। इसी सिलसिले में नोएडा शहर में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने शुक्रवार को एक ट्वीट किया। यह पोल ट्वीट है। जिसमें उन्होंने चार समस्याएं लिखकर पूछा, "आपके हिसाब से गौतमबुद्ध नगर में वह कौन सा सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसका समाधान जल्द से जल्द होना चाहिए। इसमें गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने चार विकल्प दिए। जिनमें किसानों का मुआवजा, घर खरीदारों की समस्याएं, स्वास्थ्य सेवाएं और जलापूर्ति रखा। इसके बाद गोपाल कृष्ण अग्रवाल बुरी तरह ट्रोल हो गए। उन्हें शहर के फ्लैट खरीदारों ने घेर लिया। फ्लैट खरीदारों ने लिखा, "अपनी चमड़ी काटकर नमक छिड़किए तब होगा हमारे दर्द का अहसास।" पॉल पर अब तक 1,905 वोट आए हैं। इनमें 88.6% यूजर्स ने घर खरीदारों की समस्या के पक्ष में वोट किया है।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले तपेश तिवारी ने गोपाल कृष्ण अग्रवाल के इस ट्वीट पर कमेंट किया, "अग्रवाल साहब थोड़ी सी अपनी चमड़ी काटें फिर उस पर नमक छिड़कना। आपको उसके बाद घर खरीदारों  की समस्या समझ में  जायेगी और शायद आप अपनी टिकट पाने की राजनीति बंद कर दें। आपको इतना ही दर्द है तो किसान मूर्ति चौक पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ जाएं।" इस पर गोपाल कृष्ण अग्रवाल की और से जवाब दिया गया। उन्होंने लिखा, "तपेश जी आपकी तकलीफ का मुझे अंदाजा है, मैं और मेरी टीम इस विषय में कई वर्षों से लगी हुई भी है और कई मुद्दों पर सफलता भी हासिल हुई है। अनशन पर बैठने से हर बात का निवारण नहीं हो सकता, कुछ चीज़ों के लिए आप और हम जैसे लोगों को साथ में बैठकर बातचीत करके हल निकालना पड़ेगा। जिससे आपकी तकलीफों का निवारण हो सके।"

इसके बाद बहस और बढ़ गई। बड़ी संख्या में फ्लैट खरीदारों ने कमेंट करने शुरू कर दिए। तपेश तिवारी ने आगे जवाब दिया, "कितने किलो बातचीत करनी है सर, बता दीजिए। उतने किलो बातचीत भेज देते हैं आपके घर पर। दोनों ही बार से भाजपा के विधायक और सांसद चुने जा रहे हैं यहां से, नतीजा क्या रहा, आपके सामने है। हमारी छोड़िए साहब हम तो अभी जवान हैं। मेहनत करके कुछ ना कुछ गुजारा कर लेंगे। साहब हम लोग तो अब आप लोगों से कोई उम्मीद भी नहीं लगाकर बैठे हैं। हम तो बस इतना चाहते हैं कि आप लोग अब बोलो। हमसे ना हो पाएगा। ताकि हम लोग अपना असली बागी बलिया का इतिहास वाला स्वरूप दिखा दें।"

संजय दोहरे ने लिखा, "सारी जमा पूंजी घर खरीदने में लगा दी। वर्षों बाद भी घर नहीं मिला। अब ईएमआई और घर का किराया दोनों का भुगतान करना पड़ रहा है। मुझे समस्या से राहत दिलायें।"  इस पर गोपाल कृष्ण अग्रवाल की और से जवाब दिया गया। उन्होंने लिखा, "बहुत दुःख की बात है, आप जैसे लोगों की तकलीफों का समाधान निकालने के लिए मैं जल्द ही कुछ जरूर करूंगा। आपकी आवाज को सरकार तक भी पहुंचाया जाएगा। आप परेशान न हो।"

गोपाल कृष्ण अग्रवाल के इस ट्वीट पर दिनकर पांडेय ने कमेंट करते हुए लिखा, "भला ये भी कोई पूछने की बात है? रजिस्ट्री, पजेशन और बिल्डर-प्राधिकरण गठजोड़ गौतमबुद्ध नगर में तो पिछले कई सालों से यही चल रहा है। 100 प्रतिशत घर खरीददारों की समस्या सारी समस्याओं से जुड़ी है। इसके समाधान से सरकारी राजस्व भी बढ़ेगा और सरकारी आय भी बढ़ेगी। उस पैसे से विकास कार्य भी होंगे।" इस पर गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने रिप्लाई करते हुए लिखा, "आप जैसे लोगों की मदद और सूझ बूझ से जल्द ही हम इन विषयों पर सफलता पाएंगे। हम लोगों की तकलीफों पर काम कर पाएंगे।

ग्रेटर नोएडा के निवासी मिहिर गौतम ने गोपाल कृष्ण अग्रवाल के ट्वीट पर लिखा है, "आप तो वरिष्ठ नेता हैं। उस दौर में जब सबको घर की बात हो रही हो तब उन लाखों लोगों को घर नहीं मिल रहा हो। रजिस्ट्री नहीं हो रही हो। जिन्होंने सारा पैसा दे दिया है। ये नाइंसाफी नहीं तो और क्या है? 17 हफ्ते से हर रविवार को एकमूर्ति पर घर खरीदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं।" शहर के निवासी दिगपाल सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, "हमारे घरों की रजिस्ट्री करवाएं। लालची बिल्डर और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के भ्रष्ट अफसरों ने हमको लूटा है। राहत दिला सकते हैं तो आगे आएं, वरना हमारी मजबूरी का मजाक न बनाएं।"

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