पिछले रविवार को सोसाइटी के दो बच्चे शाफ़्ट में गिर पड़े थे
बच्चे नौवीं मंजिल की गैलरी से सीधे बेसमेंट में जाकर गिरे
दोनों का अभी तक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है
इस बड़ी घटना के बावजूद शाफ्ट बंद नहीं करवाए गए
इससे गुस्साए लोगों ने फ्लैशलाइट के साथ मार्च किया
Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बिजली, पानी और मूलभूत सुविधाओं को लेकर हाहाकार का आलम है। सुपरटेक इकोविलेज-2 के निवासियों ने रविवार की देर शाम फ्लैश लाइट मार्च निकाला है। इन लोगों का कहना है कि मेंटेनेंस डिपार्टमेंट मनमानी कर रहा है। लोग परेशान हैं और कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। बिल्डर दिवालिया होने के कगार पर है। सोसाइटी में आधे अधूरे काम पड़े हुए हैं। लोगों ने कहा, "सोसाइटी के बुरे हालात का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि पिछले दिनों दो बच्चे शाफ्ट में गिर गए। यहां हमारे बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं।"
पिछले रविवार को शाफ्ट में गिरे थे दो बच्चे
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इकोविलेज-2 हाउसिंग सोसायटी में रविवार को टॉवर की खुली शाफ्ट में दो बच्चे नौवीं मंजिल से बेसमेंट में जाकर गिर गए थे। इसके बावजूद अब तक शाफ्ट को बंद नहीं किया गया है। इसके विरोध में रविवार को निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया है। निवासियों ने इस लापरवाही के विरोध में मोबाइल की फ्लैश लाइट ऑन करके पैदल मार्च किया।
लोगों ने मेंटेनेंस दफ्तर पर पोस्टर चस्पा किए
निवासियों ने मेंटिनेस कार्यालय में जाकर पोस्टर चस्पा किए हैं। लोगों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बवजूद कोई हल नहीं निकल रहा है। कोई सोसाइटी के निवासियों की बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। प्राधिकरण की टीम ने दौरा किया, लेकिन हालात तो जस के तस हैं। अब तक प्राधिकरण की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया है। दूसरी और बिल्डर के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। सोसाइटी के बच्चे असुरक्षित हैं। सोसाइटी के निवासी राजकुमार और अनुपम मिश्रा ने बताया कि सोसाइटी में जगह-जगह टॉवरों में शाफ्ट खुले पड़े है। इसी वजह से पिछले रविवार गैलरी में खेलते हुए दो बच्चे नौवीं मंजिल से नीचे बेसमेंट जाकर गिरा थे।
इतनी बड़ी घटना के बावजूद टॉवरों में शाफ़्ट खुले हैं
अनुपम मिश्रा ने कहा, "उस हादसे में दोनों बच्चों को काफी चोट आई हैं। उनका इलाज चला रहा है। इतनी बढ़ी घटना होने के बाद सोसाइटी के अधिकतर शाफ्ट खुले हुए हैं। जिसकी वजह से लोगों के अंदर डर बना हुआ है। इस समस्या को लेकर कई बार फैसिलिटी डिपार्टमेंट को अवगत कराया गया, लेकिन कोई उचित कदम नहीं उठाया गया।" अनुपम मिश्रा ने आगे कहा, "कोई एक परेशानी हो तो बताई जाए। शाफ्ट खुले हैं, लिफ़्ट में परेशानी है, बेसमेंट में जमा नाले का पानी है। पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है। मनमानी के विरोध में और अपने बच्चों के लिए सुरक्षित सोसायटी की मांग को लेकर विभिन्न टावर के लोगों ने एकत्र होकर मोबाइल की फ्लैश ऑन करके शांतिपूर्ण मार्च निकाला है। हम ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन से बिल्डर की लापरवाही पर कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं।"