ग्रीन बेल्ट की जमीन पर बनी अवैध मार्केट, नर्सिग होम और मैरिज होम से हो रही कमाई, रितु के दरबार पहुंचा मामला

Greater Noida West : ग्रीन बेल्ट की जमीन पर बनी अवैध मार्केट, नर्सिग होम और मैरिज होम से हो रही कमाई, रितु के दरबार पहुंचा मामला

ग्रीन बेल्ट की जमीन पर बनी अवैध मार्केट, नर्सिग होम और मैरिज होम से हो रही कमाई, रितु के दरबार पहुंचा मामला

Tricity Today | राजेश्वर मावी

Greater Noida West : सेक्टर-2 में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की ओर से सडक किनारे ग्रीन बेल्ट के लिए छोड़ी गई जमीन पर कब्जा कर मार्केट, नर्सिग होम और मैरिज होम का निर्माण कर लिया है। ग्रेटर नोएडा का सुपरवाईजर ओपी सिंह अवैध कब्जा करा रहा है। इस मामले की शिकायत तत्कालीन सीईओ सुरेंद्र सिंह से तीन बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं। मंगलवार को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में हुई जनसुनवाई के दौरान राजेश्वर मावी ने इसकी शिकायत अथॉरिटी की सीईओ रितु महेश्वरी से की है। 

तत्कालीन सीनियर मैनेजर का नाम सामने आया
उन्होंने बताया कि सेक्टर-2 गोलचक्कर पतवाड़ी गोलचक्कर हनुमान मंदिर के पास ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की ओर से एरिया का हरा-भरा बनाए रखने के लिए 20 मीटर चौड़ी ग्रीन बेल्ट बनाई गई थी। जिसको ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन सीनियर मैनेजर विकास कुमार ने जयवीर यादव से कब्जा करा दिया। 

हर महीने लाखों रुपए की वसूली हो रही
राजेश्वर मावी का आरोप है कि विकास कुमार कब्जा करने वालों से मिला हुआ है। ग्रीन बेल्ट पर गोलचक्कर की पूर्व दिशा में हाई टेशन लाइन के बराबर में अवैध रूप से इन लोगों ने मार्केट, नर्सिंग होम और मैरिज होम का निर्माण कर लिया है। ग्रीन बेल्ट की इस जमीन पर अवैध रूप में किए गए निर्माण से हर महीने लाखों रुपए का किराया वसूल रहे है। 

सर्विस रोड पर भी अवैध अतिक्रमण
ग्रेटर नोएडा पुलिस लाइन होते हुए ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जाने वाली  60 मीटर रोड पर इसके कारण जाम लग जाता है। ग्रीन बेल्ट में हरे-भरे पेड-पौधे लगे हुए थे। जिन को पूरी तरह से काटकर फेंक दिया गया है। मंदिर के पास दोनों तरफ की ग्रेटर नोएडा की बनाई गई सर्विस रोड भी बंद कर दी गई है। 

6 महीनों से हो रही शिकायतें
राजेश्वर मावी का आरोप है कि 20 जून 2022 को इस मामले की शिकायत ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में दर्ज कराई थी, लेकिन वर्क सर्किल-3 के प्रभारी चेतराम ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। दर्जनों बार प्रभारी चेतराम से भी शिकायत दर्ज करा चुके हैं। हर बार आश्वासन देकर टरका दिया जाता है।

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