ग्रेटर नोएडा वेस्ट में डेढ़ साल की मासूम का अपहरण, पानी के गड्ढों में फेंककर मारने की कोशिश, एसएचओ ने कहा जानकारी नहीं

BREAKING NEWS: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में डेढ़ साल की मासूम का अपहरण, पानी के गड्ढों में फेंककर मारने की कोशिश, एसएचओ ने कहा जानकारी नहीं

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में डेढ़ साल की मासूम का अपहरण, पानी के गड्ढों में फेंककर मारने की कोशिश, एसएचओ ने कहा जानकारी नहीं

Tricity Today | पीड़ित परिवार

Greater Noida West News : ग्रेटर नोएडा वेस्ट से सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां बिसरख थानाक्षेत्र में आम्रपाली वेरोना हाइट्स के प्रोजेक्ट में काम करने वाले परिवार की मासूम बच्ची का सोमवार की रात कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया। पहले परिवार और पड़ोसियों ने लड़की को तलाश किया। जब नहीं मिली तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने भी लड़की को तलाश किया। मंगलवार की सुबह बच्ची साइट से बाहर पानी के गड्ढों में पड़ी मिली है। बच्ची के माता-पिता को पुलिस ने बताया कि चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। दूसरी ओर बिसरख की एसएचओ का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। चौकी इंचार्ज को जानकारी है, लेकिन वह कहते हैं कि बच्ची कहीं सो गई थी। सुबह घर वापस लौट आई।

आम्रपाली वेरोना हाइट्स के प्रोजेक्ट में बिलसरा (छत्तीसगढ़) के रहने वाले युवक ने बताया कि वह, उसकी पत्नी, पांच साल का बेटा और करीब डेढ़ साल की बेटी तीन दिन पहले यहां काम करने आए हैं। ये लोग प्रोजेक्ट पर काम करने वाली लेबर की झुग्गी नंबर 59-एल में रहते हैं। सोमवार की शाम पड़ोस की झुग्गी में रहने वाले दिनेश, दिनेश का चाचा बीरबल, राधेश्याम, राहुल और एक अन्य व्यक्ति शराब पी रहे थे। करीब आठ बजे बाहर खेल रही डेढ़ साल की बच्ची को बीरबल उठाकर अंदर ले गया। बच्ची के पिता ने कहा, "जब हम लोग खाना खाने लगे तो मैंने पत्नी से बच्ची के बारे में पूछा। मेरी पत्नी ने बाहर जाकर देखा तो वह नहीं थी। मेरे बेटे ने बताया कि दिनेश की झुग्गी में बैठा आदमी बच्ची को लेकर गया है। मेरी बीवी ने भीतर जाकर देखा तो दिनेश के चाचा ने बच्ची को अपनी गोद में बैठा रखा था। उसने कहा कि वह थोड़ी देर में बच्ची को घर भेज देगा।"

बच्ची के पिता ने कहा, "हम लोग खाना खाकर सोने वाले थे तो मेरी पत्नी फिर बच्ची को लेने पहुंची, झुग्गी में दिनेश मिला। उसने बताया कि चाचा बच्ची को दुकाने से कुछ खाने का सामान दिलाने गया है। हम लोगों को शक हो गया। हमने बाहर जाकर खूब आवाज लगाईं लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद सारे पड़ोसी और प्रोजेक्ट के सिक्योरिटी गार्ड के साथ मिलकर तलाश किया। जब बच्ची नहीं मिली तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पहुंची और हमसे पूरी जानकारी ली। बच्ची को तलाश भी करवाया और फिर चली गई। इलाके के चौकी इंचार्ज विपिन गौतम भी आए थे।"


बच्ची के अपहरण की सूचना मिलने के बाद रात में मौके पर मौजूद चौकी इंचार्ज वीके गौतम।

सुबह दूधिया ने बच्ची के रोने की जानकारी दी
आम्रपाली वेरोना हाइट्स प्रोजेक्ट के पास बड़ी-बड़ी झाड़ियां खड़ी हुई हैं। उनके बीच में पानी और कीचड़ से भरे गड्ढे हैं। सुबह श्रमिकों की बस्ती में दूध देने आने वाले दूधिया ने बच्ची के रोने की आवाज झाड़ियों की ओर से सुनी। उसने बस्ती में बताया तो लोगों की भीड़ उस ओर दौड़कर गई। बच्ची को महिलाएं उठाकर लाईं। बच्ची कीचड़ से लथपथ हालत में थी। इसके बाद पुलिस को फिर जानकारी दी गई। पुलिस एक बार फिर पहुंची और बच्ची को देखकर वापस लौट गई।

दिनेश ने कहा- चाचा बच्ची को उठाकर ले गया
दिनेश ने बताया, "मेरा चाचा बीरबल बच्ची को उठाकर अंदर लाया था। हम पांच लोगों ने शराब पी थी। चाचा और बाकी तीनों लोग बच्ची को साथ लेकर चले गए थे। उसके बाद मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। रात में पुलिस और सिक्योरिटी वालों को मैंने यह जानकारी दी थी। हम सारे लोग बिहार में गोपालगंज के रहने वाले हैं। सुबह बच्ची मिलने के बाद पुलिस ने बताया कि उन चारों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।"

माता-पिता को बताया कि आरोपी पकड़े गए
पुलिस ने बच्ची के माता-पिता को बताया कि चारों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें जेल भेज दिया है। इस बारे में इलाके के चौकी इंचार्ज विपिन गौतम ने बताया कि बच्ची को कोई उठाकर नहीं ले गया था। वह किसी पड़ोसी के यहां जाकर सो गई होगी। सुबह आंख खुली तो वापस लौट आई है। बिसरख की इंस्पेक्टर अनीता चौहान ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है। सेंट्रल जोन के एडीसीपी अंकुर अग्रवाल ने जानकारी लेने और कार्रवाई करने की बात कही है। पुलिस उपायुक्त (महिला सुरक्षा) वृंदा शुक्ला कहा, "बच्ची के साथ सेक्सुअल एसॉल्ट नहीं हुआ है। मैंने थाना पुलिस से पूरी जानकारी मांगी है। कार्रवाई की जाएगी।" सेंट्रल जोन के डीसीपी हरिश्चंद्र ने बताया कि बच्ची को पुलिस ने तलाश किया है। चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्हें 151 के तहत जेल भेजा है। अदालत से उनका रिमांड लिया जाएगा।

सुबह पानी-कीचड़ के गड्ढों में पड़ी बच्ची को उठाकर लाई महिला।

चौकी इंचार्ज ने बरती है बड़ी लापरवाही
इस पूरे मामले में चौकी इंचार्ज ने बड़ी लापवाही बरती है। मामले की जानकारी होने पर उच्चाधिकारियों को नहीं बताया। आज सुबह जब बच्ची मिल गई तो उसका मेडिकल नहीं करवाया गया। परिजनों से न तो रात में और न ही सुबह लिखित शिकायत ली गई है। चौकी इंचार्ज में बच्ची की मिसिंग रिपोर्ट तक नहीं लिखवाई। दूसरी ओर बच्ची की मां का कहना है, "इसके गालों पर सूजन आई हुई है। कीचड़ में बुरी तरह लथपथ थी। मैंने इसे नहलाया है।" शिकायत देने के बारे में माता-पिता ने कहा, "पुलिस वालों ने रात ही सारी चीजें रजिस्टर में लिख ली थीं। सुबह हमें बताया कि चारों को गिरफ्तार कर लिया है।"

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