Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा की सुपरटेक इको विलेज-2 सोसाइटी (Supertech Ecovillage-2 Society) में जलजनित रोग का मामला सामने आया है। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मेडिकल कैंप लगाकर निवासियों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कीं।
सुपरटेक इको विलेज-2 सोसाइटी में पहुंचे डॉक्टर
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील शर्मा ने बताया कि 2 सितंबर की रात 12:30 बजे सूचना मिली कि सेक्टर-16बी स्थित सुपरटेक इकोविलेज-2 सोसाइटी में कई लोग उल्टी और दस्त से पीड़ित हैं। जानकारी मिलते ही चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शचीन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि लगभग 200 लोग उल्टी, दस्त और पेट दर्द से पीड़ित थे, जिनमें से 6 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रात में ही कुछ लोगों को तत्काल दवाइयां उपलब्ध कराई गईं।
लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त
अगले दिन सुबह, जिला मलेरिया अधिकारी और उनकी टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिसरख के चिकित्सा अधीक्षक के साथ सोसाइटी का दौरा किया और एक विशेष मेडिकल कैंप का आयोजन किया। इस कैंप में डॉ. नेहा सिरोहा, डॉ. मतलूब, डॉ. भोजराज सहित अन्य चिकित्सा कर्मियों ने कुल 339 मरीजों की जांच की। जांच में 9 लोगों को बुखार और 330 लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत पाई गई। सभी मरीजों को उचित उपचार प्रदान किया गया और आवश्यक दवाइयों के साथ-साथ ओआरएस के पैकेट भी वितरित किए गए।
सोसाइटी प्रबंधन लगाया 10,000 का जुर्माना
जिला मलेरिया अधिकारी और उनकी टीम ने सोसाइटी का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान बेसमेंट में कुछ स्थानों पर पानी के जमाव में मच्छरों के लार्वा पाए गए। इस लापरवाही के लिए सोसाइटी प्रबंधन पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। साथ ही, जिन टावरों में सबसे अधिक रोगी पाए गए, उन फ्लैटों से पानी के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से पानी की गुणवत्ता में गिरावट आई थी, लेकिन सोसाइटी प्रबंधन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।