नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सीधे जोड़ा जाएगा। इसके लिए एक नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। दरअसल, जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल तक सामान पहुंचाने के लिए एक डेडिकेटिड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण इसके लिए रिपोर्ट तैयार करवा रहा है। यह 130 मीटर चौड़ा एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। यह नया मार्ग नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच 130 मीटर एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इस नई सड़क के बनने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट का चार मूर्ति चौक-गौर सिटी गोलचक्कर सीधे नोएडा एयरपोर्ट से जुड़ जाएगा।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर सिटी गोल चक्कर से ग्रेटर नोएडा में सिरसा गांव तक करीब 25 किलोमीटर लम्बा एक्सप्रेसवे है। यह 130 मीटर चौड़ा है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और दादरी-सूरजपुर-छलेरा (डीएससी) रोड के सामांतर दोनों शहरों के बीच महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी है। करीब एक दशक पहले जब ग्रेटर नोएडा वेस्ट बसाया गया था तो प्राधिकरण ने इस सड़क का निर्माण किया था। यह सड़क नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच यातायात को आसान बनाती है। इसी सड़क को अब यमुना प्राधिकरण आगे बढ़ाकर कार्गो एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित करेगा। इस एक्सप्रेसवे को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक विस्तार देने की योजना है। आगे यह सड़क प्रस्तावित खुर्जा-पलवल एक्सप्रेसवे जुड़ जाएगी।
यमुना प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा एयरपोर्ट के लिए बनने वाला कार्गाे टर्मिनल का गेट इसी सड़क पर बनाया जाएगा। इसलिए एयरपोर्ट के साथ सड़क निर्माण की जरूरत होगी। इसे देखते हुए यमुना प्राधिकरण सड़क की व्यावहारिक रिपोर्ट तैयार करवा रहा है। इसके बाद सड़क के लिए जमीन खरीदने और निर्माण लागत जुटाने पर विचार किया जाएगा। कुल मिलाकर यह एक्सप्रेसवे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को सीधे एयरपोर्ट से जोड़ देगा। साथ ही बोड़ाकी कार्गो हब से एयरपोर्ट तक माल वाहन बेहद आसान हो जाएगा।
इस सड़क के विस्तार का सीधा फायदा एयरपोर्ट और यमुना प्राधिकरण को होगा, लेकिन प्राधिकरण अभी सड़क निर्माण की लागत वहन करने की स्थिति में नहीं है। इसलिए प्रदेश सरकार या नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (नियाल) से फंडिग पर भी विचार हो सकता है। यमुना प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा एयरपोर्ट पर यात्री टर्मिनल और कार्गो टर्मिनल अलग-अलग बनाए जाएंगे। यमुना एक्सप्रेसवे से यात्री टर्मिनल की सीधे कनेक्टिविटी होगी। जबकि, एयरपोर्ट के पिछले हिस्से में कार्गो टर्मिनल होगा। इसकी कनेक्टिविटी 130 मीटर एक्सप्रेसवे से होगी। सड़क निर्माण के लिए व्यावहारिकता रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।