Tricity Today | श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कर जीवन धन्य किया और इसके साथ इसका समापन हुआ।
Greater Noida West : श्री राधा स्काई गार्डन के निवासियों ने पूरे हफ्ते श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कर जीवन धन्य किया और इसके साथ इसका समापन हुआ। निवासियों का कहना है के इस तरह के आयोजन हर महीने होते रहें तो हमारा जीवन मंगलमय हो जाए।
कलश यात्रा के साथ हुई थी शुरुआत
प्रेम और भावना से भरे इस आयोजन को निवासियों के साथ आस पास की सोसाइटी के निवासियों ने मिलकर आयोजित किया था। कथा की शुरुआत मंगल कलश यात्रा के साथ 15 जनवरी को हुई थी। लगभग 60 कन्याओं और महिलाओं ने पारंपरिक पोशाक पहन कर सिर पर कलश रख कर पूरी सोसाइटी की परिक्रमा लगाकर मंगल यात्रा निकाली जो सोसइटी में बने राधा कृष्णा मंदिर तक गई।
भावविभोर हुए निवासी
सत्य प्रकाश, निवासी का कहना है, "श्रीमद् भागवत कथा के रसपान से जीवन स्वर्ग हो गया है। नोएडा बैठे ही वृन्दावन मथुरा हो आये हम तो। इतने भावपूर्ण तरह से वृंदावन से आये व्यास जी महाराज ने कथा सुनाई के हमें साक्षात् राधा और कृष्णा हमारे सामने ही दिख रहे थे। कई महिलाऐं बाल लीलाएं सुन रोने लगी। ऐसा जुड़ाव पहले कभी महसूस नहीं हुआ। "
ब्यास जी, कथा वाचक ने कहा, "जो काम प्रेम के माध्यम से संभव है,वह अनीति और अहिंसा से मुमकिन नही। प्रेम ही जीवन है। प्रेम में ही सब आनंद की प्राप्ति है।
बच्चो में साक्षात् दिखें राधा मोहन
सत्य प्रकाश, निवासी ने बताया, "हम ने एक दिन जन्माष्टमी महोत्सव मनाया था। उस दिन हमने उन सभी बच्चो को राधा और कृष्णा के रूप में तैयार होकर बुलाया जिनका जन्म जन्माष्टमी के दिन हुआ था। बड़ा ही मन मोह लेने वाला पल था जब इतने सारे बच्चे राधा कृष्णा की वेशभूषा में आये थे। सब के मुँह से यही निकल रहा था आज आ गये हम बरसाना मथुरा।
झांकियो- बाल लीलाओं ने मोहा मन
जन्माष्टमी के बाद रुकमिणी जी की भव्य झांकी सजाई गयी। कृष्णा भक्तों के लिए सुदामा चरित भी सजाया गया जिसने पंडाल में सभी को भाव विभोर कर दिया। 21 जनवरी को सुदामा चरित की झांकी लगाई जिसमे पंडाल मे बैठे लोग भाव बिभोर हो गये। शिव जी का रुद्राभिषेक भी किया गया और मंदिर की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई
भंडारे के साथ हुआ समापन
कथा का समापन भी विधिवत रूप में किया गया। सभी निवासियों ने मिलकर भंडारे का आयोजन किया और बडे प्रेम से आस पास की सोसाइटी के निवासी और राहगीरों के साथ प्रसाद ग्रहण किया।