ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक प्राइवेट स्कूल का काफी शर्मनाक मामला सामने आया है। जहां एक 8 साल की बच्ची को सिर्फ इसलिए एग्जाम में शामिल नहीं किया, क्योंकि उसकी फ़ीस जमा नहीं है। स्कूल के इस व्यहार के बाद बच्ची और उसकी मां मानसिक तनाव से जूझ रही है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित एक सोसाइटी में रहने वाली एक 8 साल की बच्ची आराध्या ग्रेटर नोएडा वेस्ट के श्री राम ग्लोबल स्कूल में क्लास 2nd की छात्रा है। आराध्या के पिता राहुल ने बताया कि बुधवार को मेरी बेटी की स्कूल परीक्षा थी। जो ऑनलाइन मोड में जूम ऐप पर होनी थी। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने मेरी बेटी को स्कूल द्वारा परीक्षा में उपस्थित होने से रोक दिया गया था।
पीड़ित पिता का कहना है कि मेरी बेटी 8 साल की है और इस घटना से बहुत दुखी है। स्कूल के इस शर्मनाक कारनामे के बाद मेरी पत्नी और बेटी करीब 3 घंटे तक स्कूल से परीक्षा के संबंध में संपर्क करती रही थी। मगर उन्हें किसी ने भी कोई आश्वासन नहीं दिया और ना ही किसी भी स्कूल स्टाफ ने उन्हें समस्या के बारे में बताया। मेरी बेटी और पत्नी पूरे दिन मानसिक तनाव से गुजरती रही। फिर 10:00 बजे स्कूल अकाउंटेंट पवन शर्मा से बात होने पर पता चला कि पिछले 4 महीने की फीस जमा नहीं होने की वजह से उसे परीक्षा में शामिल होने से रोक दिया गया है।
पीड़ित का कहना है कि स्कूल प्रबंधक की तरफ से किसी ने भी मुझे कोई मेरी पत्नी को फोन करके या मैसेज करके इस बारे में कोई भी बात नहीं की और ना ही कोई मैसेज भेजा था कि अगर फीस जमा नहीं होगी तो बच्चे को स्कूल परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा। बिना जानकारी और नोटिस दिए स्कूल प्रबंधक ने मेरी बच्ची को परीक्षा देने से रोक दिया है जो एक छोटे बच्चे के साथ असनीय व्यवहार है।
पीड़ित का कहना है कि मैंने कभी भी स्कूल प्रबंधक से नहीं कहा कि मैं फीस जमा नहीं करूंगा। लेकिन फिर भी उनके इस कारनामे की वजह से मेरी बेटी और पत्नी मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। इस मामले में पीड़ित ने बिसरख थाना में लिखित शिकायत देकर स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।