Greater Noida West : गौर इंटरनेशनल स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल के छात्रों ने 'यंग सीईओ प्रोग्राम' के तहत अपने खुद के उत्पादों को लॉन्च किया। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत' के सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम है।
व्यापार की सिखाई गईं बारीकियां
इस कार्यक्रम में 30 छात्रों ने भाग लिया। उन्होंने चार दिन का एक कैंप किया, जिसमें उन्हें व्यापार की बारीकियां सिखाई गईं। कैंप के बाद भी उन्हें लगातार मार्गदर्शन मिलता रहा। छात्रों ने उत्पाद विकास, व्यापार नैतिकता, डिजाइन और मार्केटिंग रणनीतियों के बारे में सीखा। उन्होंने फैक्ट्री विजिट करके व्यावहारिक अनुभव भी हासिल किया। इस मेहनत का नतीजा दो नए उत्पादों के रूप में सामने आया। पहला उत्पाद है 'न्यूट्रीपॉप्स', जो एक तरह का भुना हुआ मखाना है। दूसरा उत्पाद है 'मिस्टिक फ्लेम्स', जो एक सुगंधित मोमबत्ती है।
कप्तानों ने साझा किए अपने अनुभव
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों, छात्रों और माता-पिता के स्वागत से हुई। फिर दीप प्रज्ज्वलन किया गया। गौर ग्रुप ऑफ स्कूल्स की निदेश मंजू गौर, गौर इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल रचना बब्बर और डब्ल्यूसीआई के संस्थापक सामरेश शाह ने उत्पादों का अनावरण किया। टीम के कप्तानों ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे इस 100 दिन की यात्रा में उन्होंने नेतृत्व, टीमवर्क और नवाचार के कौशल विकसित किए। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे वे अपनी पढ़ाई के साथ-साथ इस उद्यमी प्रक्रिया को संतुलित कर पाए।
छात्रों की प्रशंसा
प्रिंसिपल रचना बब्बर ने अपने भाषण में कहा कि स्कूल का लक्ष्य ऐसे नागरिक तैयार करना है, जो देश के विकास में योगदान दे सकें। उन्होंने छात्रों और टीमों को उनके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए बधाई दी। गौर ग्रुप ऑफ स्कूल्स की निदेशक मंजू गौर ने छात्रों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इन छात्रों ने स्कूल के मिशन को साकार किया है, जो भविष्य के लिए अच्छा लीडर बनाना है।