लिफ्ट में फसे 74 वर्षीय बुजुर्ग के साथ छोटे बच्चे, इस तरह फंसे, बिल्डर  पर लगाए कार्रवाई नही करने के आरोप

ग्रेटर नोएडा वेस्ट : लिफ्ट में फसे 74 वर्षीय बुजुर्ग के साथ छोटे बच्चे, इस तरह फंसे, बिल्डर पर लगाए कार्रवाई नही करने के आरोप

लिफ्ट में फसे 74 वर्षीय बुजुर्ग के साथ छोटे बच्चे, इस तरह फंसे, बिल्डर  पर लगाए कार्रवाई नही करने के आरोप

Google Image | Symbolic Photo

Greater Noida West : सोसाइटियों की लिफ्टो में आए दिन लोगों के फंसने की घटना सामने आती हैं। ऐसी ही एक घटना बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील ग्रीन 2 में सुबह देखने को मिली। सोसाइटी के टावर ए4 की लिस्ट में दो बुजुर्ग समेत पांच लोग काफी देर तक फंसे रहे। पीड़ित बुजुर्ग ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए इसकी शिकायत पुलिस से की। 

ये लोग थे लिफ्ट में मौजूद
ग्रेटर नोएडा वेस्ट पंचशील ग्रीन्स 2 सोसाइटी के निवासियों ने बताया टावर ए4 की लिफ्ट में सुबह करीब 10 बजे टावर में रहने वाले 74 वर्षीय बुजुर्ग लक्ष्मी नारायण मित्तल अपने पोते के साथ नौवीं मंजिल से फ्लैट में जा रहे थे। साथ ही 74 वर्षीय बुजुर्ग विमला अपनी केयरटेकर के साथ अपने फ्लैट में जा रही थी। इन लोगों के साथ लिफ्ट में बिल्डिंग के और भी अन्य निवासी थे। 

इस तरह निकला लिफ्ट से बहार 
अचानक लिफ्ट छठी और सातवीं फ्लोर के बीच रुक गए लिफ्ट का पंखा भी बंद हो गया, लेकिन लिफ्ट में लाइट बरकरार थी। लिफ्ट में अलार्म बटन को दबाने के बाद करीबन 10 मिनट बाद सुरक्षाकर्मियों के साथ बिल्डिंग वासियों ने मिलकर फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला। पंखे बंद होने के कारण बुजुर्गों की धड़कन बढ़ गई। 

शिकायत करने पर भी बिल्डर इन मामलों पर कार्रवाई नहीं करता
बुजुर्गों ने आरोप लगाते हुए बताया कि अगर सुरक्षाकर्मियों के साथ और लोग नहीं होते तो हमें बाहर निकालना मुश्किल था। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की और बिल्डर से लिस्ट ऑफ सिक्योरिटी सर्टिफिकेट देने की मांग की। सोसाइटी की निवासी प्रियंका ने बताया कि मेरी सास 74 साल की हैं।  अगर वह लिफ्ट में अकेली होती तो वह मदद भी नहीं मांग सकती थी। बढ़ती उम्र के साथ उन्हें कई बीमारियां हैं। जिनके कारण वह असहाय है। ऐसे में उनके साथ कुछ भी हो सकता था। बार-बार शिकायत करने पर भी बिल्डर इन मामलों पर कार्रवाई नहीं करता। 

सोसायटी के लोगों को पर करीबन 3 करोड रुपए का मेंटेनेंस शुल्क बाकी
पंचशील ग्रुप के मेंटेनेंस हेड एके धीमान ने बताया कि सेंसर पर डस्ट जमने के कारण लिफ्ट रुक गई थी। घटना की सूचना मिलते ही मेंटेनेंस ग्रुप के लोग मौके पर पहुंच गए और लोगों को बिना हानि पहुंचाई लिस्ट से बाहर निकाल लिया गया। साथ ही लिफ्ट को थोड़ी देर बाद दोबारा शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया की सोसायटी के लोगों को पर करीबन 3 करोड रुपए का मेंटेनेंस शुल्क अभी बाकी है। ऐसे मुद्दों को उठाकर सोसाइटी के निवासी बिल्डर पर दबाव बनाने की कोशिश करते  हैं।

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