Tricity Today | नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम का आयोजन
Greater Noida : शनिवार को नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने एजुकेशन-लीडर्स समिट पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस समिट का आयोजन एडुक्लॉड्स और स्किलशेयर इंडिया द्वारा किया गया। एडुक्लॉड्स एक ऐसा संगठन है, जो डिजिटल रूप से टीचिंग-लर्निंग अनुभव को बेहतर करने का काम करता है। वहीं, स्किलशेयर इंडिया क्रिएटर्स और सीखने वाले लोगों की कम्युनिटी है। यह हाई-प्रोफाइल इवेंट नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एनआईयू) के कैंपस में आयोजित हुआ। इस इवेंट में एनआईयू के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा और छह से अधिक देशों के प्रतिष्ठित लोगों ने भी हिस्सा लिया।
इवेंट की शुरुआत एडुक्लॉड्स के फाउंडर स्पर्श गर्ग और स्किलशेयर इंडिया की सीईओ मोनिका कपूर के भाषण से हुई। इसके बाद नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलार प्रो.(डॉ.) विक्रम सिंह और वाईस चांसलर प्रो.(डॉ.) उमा भारद्वाज द्वारा स्वागत भाषण दिया गया और मंच पर मौजूद सभी प्रतिष्ठित लोगों का परिचय कराया गया। इस इवेंट के मुख्य अतिथि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण संबंधी संसदीय समिति के सदस्य और सांसद डॉ. किरीट प्रेमजीभाई सोलंकी थे। उनकी उपस्थिति में दीप प्रज्जवलित किया गय। इवेंट में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों और यूनिवर्सिटी के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। एडुक्लॉड्स और स्किलशेयर इंडिया द्वारा एमओयू की घोषणा की गई और एनआईयू के सभी गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इसके बदले एनआईयू ने भी एडुक्लाउड्स और स्किलशेयर इंडिया को भी सम्मानित किया। "शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए यहां इकठ्ठा हुए हम"
नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की वाईस चांसलर प्रो (डॉ.) उमा भारद्वाज ने कहा, "हम भविष्य के शिक्षकों और दूसरे देशों के प्रतिष्ठित लोगों के साथ मंच साझा करके बहुत उत्साहित महसूस कर रहे हैं। मंच पर मौजूद सभी गणमान्य व्यक्ति आज के जमाने में शिक्षा के क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी के महत्व को जानते हैं। इसलिए सभी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए यहां इकठ्ठा हुए है, जो हमारी यूनिवर्सिटी के लिए सौभाग्य की बात है।"
"नई शिक्षा नीति से हुआ बदलाव"
उमा भारद्वाज ने कहा, "शिक्षा के भविष्य के लिए सहयोग बहुत जरूरी है। अब वर्चुअली शिक्षा प्रदान करना सामान्य बात हो गई है। नई शिक्षा नीति से संपूर्ण शिक्षा का क्षेत्र जमीनी स्तर पर बदल रहा है। यह नीति माध्यमिक और तृतीयक शिक्षा के बीच की खाई को पाटती है। यह नीति क्रिएटिविटी पर जोर देती है। हमारी यूनिवर्सिटी में छात्रों को उन विषयों में पढ़ने की आजादी दी जाती है। जिसमे वे अपना भविष्य बेहतर बना सकें और वे जो कुछ भी करना चाहते हैं। उसमे काम करके अपनी आजीविका चला सकें और अपने काम से संतुष्ट रह सकें।"
"शिक्षा बच्चे के लिए बाघिन का दूध"
डॉ.भीमराव अम्बेडकर के कथन को दोहराते हुए मुख्य अतिथि डॉ.कीर्ति प्रेमजीभाई सोलंकी ने कहा, "शिक्षा बच्चे के लिए बाघिन का दूध है। एक बार जब बच्चा इसे पी लेता हैं, तो वह दहाड़ सकता हैं, मतलब किसी भी क्षेत्र में झंडे गाड सकता है। यह समिट हमारे एजुकेशन सिस्टम को मजबूत बनाएगी। डॉ.कीर्ति प्रेमजीभाई सोलंकी ने आगे कहा, “हमारी युवा पीढ़ी को जमीन से जुड़े रहना चाहिए और अपनी मातृभाषा हिंदी को जानना चाहिए। बिना मातृभाषा को जाने वे अपनी जड़ों से जुड़ नहीं पायेंगे। मुझे इस समिट का हिस्सा बनकर बहुत ख़ुशी हो रही है। मुझे विश्वास है कि यह समिट शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने में सफल होगी।"
"छात्रों को बेहतरीन मंच मिलेगा"
नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रो (डॉ) विक्रम सिंह ने कहा, "हम अपने छात्रों को हमेशा सबसे बेहतरीन मंच प्रदान करने की कोशिश में लगे रहते हैं, ताकि वे जो कुछ भी करें, उसमें वे सफल हो सके। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से देश के हर कोने में हर एक बच्चे तक शिक्षा की पहुंच संभव होगी।"
'शिक्षा का भविष्य' पर पुस्तक विमोचन
इस इवेंट में 'शिक्षा का भविष्य' पर एक पुस्तक विमोचन और पैनल चर्चा भी हुई। इस चर्चा में 5 देशों के प्रतिनिधियों और प्रो.(डॉ.) परसंजीत कुमार, प्रो-वाइस चांसलर के साथ-साथ NIU के चांसलर और वाइस-चांसलर ने भाग लिया। देश भर के 100 से ज्यादा प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों ने भी इस इवेंट में हिस्सा लिया। इस इवेंट में शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए पुरस्कार भी दिया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और म्यूजिक बैंड के अलावा, नितिन गोयल (एक्सपोजर स्कूल ऑफ फोटोग्राफी के संस्थापक) द्वारा फोन से बेहतर तस्वीरें कैसे क्लिक करें। इस पर भी एक सेशन का आयोजन किया गया। अंकित सिंघल (को-फाउंडर और डायरेक्टर, आफ्टरस्कूल इनोवेशन) ने 3 डी प्रिंटिंग और एआई एनईपी 2020 पर एक सेशन का आयोजन किया।