Greater Noida News : यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन आगामी 25 सितंबर से 29 सितंबर तक होगा। इसको लेकर लखनऊ से लेकर गौतमबुद्ध नगर तक तेजी के साथ तैयारी शुरू हो गई है। इस बार इस ट्रेड शो में 2500 स्टॉल लगेंगे। जिसमें 175 स्टॉल गौतमबुद्ध नगर में अपना व्यापार करने और रहने वाले लोग लगाएंगे। इसकी जानकारी गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी (डीएम) मनीष कुमार वर्मा ने दी।
योगी आदित्यनाथ और आनंदीबेन पटेल आएंगे
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि यह ट्रेड शो 25 सितंबर से शुरू होगा। मेले के उद्घाटन में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शामिल होंगी। उनके अलावा केन्द्र सरकार से भी काफी दिग्गज मौजूद हो सकते हैं। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 में 2500 से ज्यादा स्टॉल लगेंगे।
सांस्कृतिक झलकियां और विरासत दिखाई देगी
डीएम ने बताया कि यह आयोजन उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भरता प्राप्त करने और अगले पांच सालों के भीतर एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए योगदान देगा। यह एक केवल ट्रेड शो नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और विरासत इसमें दिखाई देगी। यह प्रदेश में नवाचार और विकास का प्रमाण है, जो भविष्य की दिशा सुनिश्चित करेगा। यह राज्य की कला, शिल्प, सांस्कृतिक और व्यंजनों के साथ तालमेल बैठाने का भी एक अच्छा अवसर है।
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का दूसरा संस्करण
उन्होंने बताया कि आगामी 25 सितंबर से 29 सितंबर तक एक्सपो मार्ट में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों को पूरा करते हुए करवाया जा रहा है। करीब तीन लाख लोग इस यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में हिस्सा लेंगे, जो यूपी के विकास कार्यों को देखेंगे। यह कार्यक्रम पूरे देश में केवल उत्तर प्रदेश में होता है। यह दूसरा एडिशन है।
80 से अधिक देशों से लोग आएंगे
इस मेले का मुख्य आकर्षण उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्पी होगे, जो विश्व के 80 से अधिक देशों से आने वाले खरीदारों के सामने अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। यह मेला न केवल स्थानीय कलाकारों और कारीगरों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
छात्रों, सामाजिक संगठनों को मिलेगा मेले का अनुभव
इस बार ट्रेड शो में उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्रों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा, जिससे वे व्यावसायिकता और उद्यमिता का अनुभव कर सकें। इसके अलावा सामाजिक संगठनों, आरडब्ल्यूए और एओए को भी मेले में जोड़ने की योजना है। इससे इस आयोजन का अधिकतम लाभ समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंच सके।
प्रदेश के व्यंजनों का मिलेगा स्वाद
मेले में आने वाले लोग प्रदेश के कई क्षेत्रों के मशहूर व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे। इसके लिए एक बड़े फूड कोर्ट का आयोजन किया जाएगा। जिसमें आगरा का पेठा, मथुरा का पेड़ा, लखनऊ की बिरयानी और कवाब, मेरठ की नानखटाई, कानपुर के ठग्गू के लड्डू, गोरखपुर का मोछू का छोला, सहारनपुर का भरवा चिकन कोफ्ता, मुजफ्फरनगर की चाट और अन्य कई स्थानीय व्यंजन उपलब्ध होंगे। इस पहल से न केवल उत्तर प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों का प्रचार-प्रसार होगा। बल्कि यह प्रदेश के सांस्कृतिक धरोहर को भी बढ़ावा देगा।