22 बिल्डरों और सोसाइटियों पर पानी का ₹63 करोड़ बकाया, सीईओ सुरेंद्र सिंह ने लखनऊ भेजी बकाएदारों की सूची

Greater Noida BREAKING : 22 बिल्डरों और सोसाइटियों पर पानी का ₹63 करोड़ बकाया, सीईओ सुरेंद्र सिंह ने लखनऊ भेजी बकाएदारों की सूची

22 बिल्डरों और सोसाइटियों पर पानी का ₹63 करोड़ बकाया, सीईओ सुरेंद्र सिंह ने लखनऊ भेजी बकाएदारों की सूची

Tricity Today | सीईओ सुरेंद्र सिंह

  • - कई नोटिसों के बाद भी भुगतान न करने पर प्राधिकरण से आरसी जारी
  • - राजस्व विभाग को बकाएदारों की सूची सौंपी, अब सख्ती से होगी रिकवरी
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने लंबे समय से पानी के बिल का भुगतान न करने वाले बड़े बकायेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। ग्रेटर नोएडा के 22 बिल्डरों और ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों के खिलाफ प्राधिकरण ने वसूली पत्र (आरसी) जारी कर दी है। इन पर 63.41 करोड़ रुपये बकाया है। प्राधिकरण ने आरसी पत्र को राजस्व विभाग को सौंप दी है।

जिले में पानी के करीब 40 हजार कनेक्शन
ग्रेटर नोएडा में पानी के करीब 40 हजार कनेक्शन हैं। इनमें से अधिकतर उपभोक्ताओं पर पानी का बिल बाकी है। कई बकाएदारों ने कई वर्षों से पानी के बिल का भुगतान नहीं किया है। बिल जमा करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कई बार नोटिस जारी किया है। खासकर बड़े बकायेदारों को कई बार नोटिसें भेज चुका है, लेकिन उन पर कोई असर नहीं पड़ रहा। इसे देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बकाया बिल वसूलने के लिए कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। सबसे पहले बिल्डरों और ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों से शुरुआत की है। प्राधिकरण ने 22 बिल्डरों और ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों के खिलाफ आरसी जारी कर दी है। 

कई बार नोटिस भी जारी किया
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने बताया कि इन बिल्डरों और ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों पर 63.41 करोड़ रुपए बकाया है। लंबे समय से भुगतान नहीं कर रहे थे। इनको कई बार नोटिस भी जारी की गई, फिर भी जमा न करने पर यह कदम उठाने पड़े। उन्होंने बताया कि आरसी की वसूली के लिए राजस्व विभाग को सभी आरसी उपलब्ध करा दी है।  

बड़े बकाएदारों पर एक नजर
  1. गौड़ संस प्रमोटर्स - 2.46 करोड़
  2. यूपीपीसीएल - 1.12 करोड़
  3. शारदा एजुकेशनल ट्रस्ट - 1.12 करोड़
  4. प्रतीक सहकारी आवास समिति - 2.26 करोड़
  5. सैम इंडिया अभिमन्यु हाउसिंग - 1.57 करोड़
  6. सुपरटेक लिमिटेड - 1.63 करोड़
  7. एसोटेक ओमिनी कंसोर्टियम - 1.51 करोड़
  8. यूनिटेक रिलायबल प्रोजेक्ट्स - 1.63 करोड़
  9. पार्ष्वनाथ डेवलपर्स - 1.66 करोड़
  10. यूनिटेक लिमिटेड - 1.70 करोड़
  11. सुपरटेक कंस्ट्रक्शन - 2.07 करोड़
  12. पूर्वांचल कंस्ट्रक्शन - 2.01 करोड़
  13. यूपी टाउनशिप - 2.34 करोड़
  14. सुपरटेक लिमिटेड - 2.69 करोड़
  15. यूनिटेक लिमिटेड - 3.47 करोड़
  16. ओमैक्स कंस्ट्रक्शन - 17.46 करोड़
  17. गौड़ संस हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर - 5.15 करोड़
  18. ला रेजीडेंसिया डेवलपर्स - 1.17 करोड़
  19. सुपरटेक लिमिटेड - 2.12 करोड़
  20. यूनिटेक लिमिटेड - 4.27 करोड़
  21. एनटीपीसी सहकारी आवास समिति - 2.00 करोड़
  22. एनएसजी सहकारी आवास समिति - 1.93 करोड़
एकमुश्त समाधान योजना के बाद भी नहीं जमा किया पैसा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पानी के बकाएदारों के लिए एकमुश्त समाधान योजना लागू कर रखा है। इसके अंतर्गत 31 मार्च 2022 तक की बकाया धनराशि को 30 जून तक एकमुश्त जमा करने पर ब्याज की रकम पर 40 फीसदी छूट मिलेगी। इसी तरह 01 जुलाई से 31 जुलाई तक एकमुश्त भुगतान करने पर ब्याज की रकम में 30 फीसदी, 01 अगस्त से 31 अगस्त तक जमा करने पर ब्याज की रकम में 20 फीसदी और 01 सितंबर से 30 सितंबर तक एकमुश्त भुगतान करने पर ब्याज की रकम में 10 फीसदी छूट मिलेगी। सभी बकाएदार एकमुश्त समाधान योजना के अंतर्गत बकाया धनराशि का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। पानी का बकाया बिल जमा करने के लिए प्राधिकरण दफ्तर आने की जरूरत नहीं है।

सीईओ सुरेन्द्र सिंह का बयान
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व कमिश्रनर मेरठ मंडल सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वासियों तक पानी पहुंचाने के लिए प्राधिकरण इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी-भरकम धनराशि खर्च करता है। इसलिए ग्रेटर नोएडा में पानी के सभी उपभोक्ताओं को समय से बिल का भुगतान कर देना चाहिए। मौजूदा समय में पानी के बकाया भुगतान के लिए एकमुश्त समाधान योजना भी चल रही है। ऐसे में बकाया बिल जमा न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। 

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