Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के सड़कें दुरुस्त करने, नालियों के निर्माण, उद्यान, जल-सीवर और गांवों के विकास समेत कई रखरखाव व मरम्मत कार्यों पर 23.30 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च होगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इन कार्यों के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। कॉन्ट्रैक्टरों का चयन कर जल्द मरम्मत के कार्य शुरू कराए जाएंगे।
सड़क निर्माण और मरम्मत के लिए 4.29 करोड़ रुपए
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने हाल ही में बैठक कर विकास कार्यों की रफ्तार तेज करने के निर्देश दिए थे। प्राधिकरण के परियोजना विभाग ने कार्यों के टेंडर अब जारी कर दिए हैं। अलग-अलग सड़कों के निर्माण व मरम्मत के लिए 4.29 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए हैं। सेक्टर ईकोटेक-वन में होली पब्लिक स्कूल के सामने पेट्रोल पंप के नजदीक सर्विस रोड का अवशेष निर्माण कार्य, सुनपुरा में सीसी रोड और ड्रेन का निर्माण, धूम मानिकपुर में रोड को ऊंचा उठाने का कार्य, हल्दौनी में सीसी रोड व ड्रेन को ऊंचा उठाने आदि कार्य होंगे।
यहां पर भी होगा विकास
इसके साथ ही चिपियाना बुजुर्ग में विकास कार्य, सेक्टर बीटा वन में सी ब्लॉक की 18 मीटर चौड़ी रोड, 130 मीटर चौड़ी सड़क पर हिंडन ब्रिज से एक मूर्ति रोटरी तक फुटपाथ की मरम्मत आदि कार्य भी होने हैं। रखरखाव के कार्यों के अंतर्गत पतवारी में क्रीमेटोरियम प्लेस का मरम्मत कार्य, सेक्टर अल्फा वन में स्टाफ क्वार्टरों का मरम्मत, मायचा की मढ़ैया में इंटरलॉकिंग टाइल्स आदि कार्य होने हैं।
6.86 करोड़ रुपए इन सेक्टरों में खर्च होंगे
वहीं, 6.86 करोड़ रुपये से सेक्टर डेल्टा वन, टू व थ्री ईटा वन, जीटा वन, सेक्टर तीन, सेक्टर 16, टेकजोन फोर, सेक्टर ज्यू, म्यू, ओमीक्रॉन, पी थ्री व पी फोर में ओपन जिम के लिए प्लेटफॉर्म का निर्माण, डीएससी रोड व बीजेडपी एरिया में सेंट्रल वर्ज, ग्रीन बेल्ट, पार्क व सिविल कार्य आदि उद्यान से जुड़े कार्य कराए जाएंगे।
31 मार्च तक आवेदन होगा
इसके अलावा सेक्टर 32 में ओवरहेड टैंक परिसर का निर्माण, सेक्टर दो के बी ब्लॉक में 2,000 किलोलीटर ओवरहेड टैंक परिसर का विकास कार्य, सेक्टर तीन में पेरिफेरल वाटर लाइन का कार्य आदि होने हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक प्रोजेक्ट एके अरोड़ा ने बताया कि इन सभी कार्यों के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं। 31 मार्च तक आवेदन किया जा सकता है। चार अप्रैल को प्री क्वालीफिकेशन बिड खोली जाएगी। टेंडर के जरिए कंपनियों का चयन निर्माण शीघ्र शुरू कराया जाएगा।