शारदा मेडिकल कॉलेज के 450 छात्र नहीं करेंगे कोरोना ड्यूटी, जानिए वजह

ग्रेटर नोएडा : शारदा मेडिकल कॉलेज के 450 छात्र नहीं करेंगे कोरोना ड्यूटी, जानिए वजह

शारदा मेडिकल कॉलेज के 450 छात्र नहीं करेंगे कोरोना ड्यूटी, जानिए वजह

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

Greater Noida : शारदा मेडिकल कॉलेज में अंतिम वर्ष के एमबीबीएस और नर्सिंग कोर्स आदि के करीब 450 छात्रों को वैक्सीन नहीं लगने से उन्हें कोरोना डयूटी में नहीं लिया जा रहा है। छात्र भी बिना वैक्सीन के तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि मरीजों के संपर्क में आने से वायरस की चपेट में आने का खतरा रहेगा। इसको लेकर मंगलवार को उन्होंने मेडिकल सुपरिंटेंडेंट से मुलाकात की और अपनी बात रखी। एमएस ने जिला प्रशासन से बात कर जल्द ही टीके लगाने का आश्वासन दिया है।

कोविड-19 से निपटने के लिए पर्याप्त मेडिकल स्टाफ की बढ़ती जरूरतों के मद्देनजर पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए थे। इसके तहत कोविड प्रबंधन में काम करने वाले स्टूडेंट्स या पेशेवरों को 100 दिनों का अनुभव होने के बाद आगे सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने की बात कही गई थी। एमबीबीएस, नर्सिंग और पैरा मेडिकल के अंतिम वर्ष के छात्रों का कोविड-19 के हल्के लक्षण वाले मरीजों की निगरानी और टेली मेडिसिन में उपयोग करने की बात कही गई थी। इसके साथ ही इनको कोविड संबंधी कामकाज में तैनात करने से पहले टीकाकरण किया जाएगा।

केंद्र की घोषणा के बाद शारदा अस्पताल की ओर से मेडिकल कालेज और नर्सिंग के इंटर्न छात्रों की लिस्ट बनाई गई। इसमें 150 डाक्टर के अलावा 300 नर्सिंग और पैरा मेडिकल के छात्र हैं। जब इनकी तैनाती की तैयारी की गई तो उन्होंने ड‘यूटी करने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि कोरोना में ड‘यूटी से पहले उनका टीकाकरण किया जाए। ऐसा नहीं होने पर वह बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। मंगलवार को करीब 50 से 60 इंटर्न डाक्टरों व अन्य छात्रों ने एमएस डा. आशुतोष निरंजन से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई। इस पर उन्होंने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन से बातकर जल्द ही टीके की व्यवस्था की जाएगी। डा. आशुतोष निरंजन ने कहा कि इससे कोविड 19 मरीजों के इलाज में जुटे मौजूदा चिकित्सकों का बोझ कम होगा।

शारदा अस्पताल में मरीजों को आक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए नामी कंपनी मिंडा इंडस्ट्रीज ने 100 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए हैं। सभी सिलेंडर डी श्रेणी के हैं और आधुनिक हैं। सभी मिलाकर इसकी क्षमता 5000 लीटर की है। मिंडा कंपनी के आला अधिकारी अश्विनी मिंडा ने सभी सिलेंडर शारदा अस्पताल पहुंचवाए हैं। इस बारे में शारदा अस्पताल के चेयरमैन पी के गुप्ता ने बताया कि इन सिलेंडरों के मिलने के बाद 50 बेड और बढ़ाए जाएंगे। हमलोग और भी बेहतर ढंग से मरीजों की सेवा कर पाएंगे।

 

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