Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) की शनिवार को हुई बोर्ड बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है। शहर में 6 नए पावर स्टेशन का निर्माण करवाया जाएगा। जिससे रेजिडेंशियल, इंडस्ट्रियल सेक्टरों और गांवों में निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाएगी। ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण (Narendra Bhushan IAS) ने यह जानकारी दी है।
सीईओ नरेंद्र भूषण ने कहा, "शहर का तेजी से औद्योगिक नगरी के रूप में विस्तार हो रहा है। नई औद्योगिक इकाइयां निरंतर लग रही हैं। ग्रेटर नोएडा डाटा सेंटर हब के रूप में भी विकसित हो रहा है। आवासीय और संस्थागत सेक्टर भी विकसित हो रहे हैं। इससे ग्रेटर नोएडा एरिया में ऊर्जा की खपत बढ़ रही है। बिजली की भविष्य की मांग को ध्यान में रखते हुए 6 नए बिजलीघर बनाने के लिए बोर्ड ने मंजूरी प्रदान कर दी है। ये सभी बिजलीघर गैस इंसुलेटेड सिस्टम पर आधारित होंगे।"
ये हैं प्रस्तावित बिजलीघर
220/132/33केवी सबस्टेशन, जलपुरा
220/132/33 केवी सबस्टेशन, नॉलेज पार्क-5
132/33 केवी सबस्टेशन, ईकोटेक-8
133/33 केवी सबस्टेशन, ईकोटेक 10/11
400/220/132 केवी सबस्टेशन, मेट्रो डिपो
400/220/132 केवी सबस्टेशन, अमरपुर
अभी रोजाना 500 मेगावाट है बिजली खपत
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के दायरे में नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड को बिजली आपूर्ति करने का लाइसेंस दिया गया है। ग्रेटर नोएडा शहर और इसके गांवों में अभी बिजली की आपूर्ति प्रतिदिन साढ़े 400 से 500 मेगावाट तक है। जिस तेजी से शहर के आवासीय सेक्टरों की आबादी बढ़ रही है और नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो रही हैं, उसे देखते हुए अनुमान है कि अगले एक दशक में बिजली की खपत बढ़कर करीब 2 गुना हो जाएगी। मतलब, ग्रेटर नोएडा शहर भी उत्तर प्रदेश के 1,000 मेगावाट कंजम्पशन सिटी क्लब में पहुंच जाएगा।