87 साल के दम्पति ने कोरोना को हराया, हार्ट अटैक के बाद भी जीने का जज्बा नहीं छोड़ा, पढ़ें हैरान कर देने वाली रिपोर्ट

ग्रेटर नोएडा : 87 साल के दम्पति ने कोरोना को हराया, हार्ट अटैक के बाद भी जीने का जज्बा नहीं छोड़ा, पढ़ें हैरान कर देने वाली रिपोर्ट

87 साल के दम्पति ने कोरोना को हराया, हार्ट अटैक के बाद भी जीने का जज्बा नहीं छोड़ा, पढ़ें हैरान कर देने वाली रिपोर्ट

Tricity Today | बुजुर्ग दंपति

  • - 87 साल के पति और 85 साल की पत्नी ने दी कोरोना को मात
  • - 85 साल की महिला ने बहू से बोला- जल्द घर लौटूंगी
  • - हार्ट अटैक आने के बाद भी नहीं छोड़ी जीने की उम्मीद
  • - 26 दिनों में दोनों ठीक होकर घर लौटे
Greater Noida : कहते हैं कि जब हौसले बुलंद और विश्वास हो तो कोई भी बड़ी से बड़ी आपत्ति चुटकियों में खत्म हो जाती है। यह कहावत ग्रेटर नोएडा के दनकौर क्षेत्र में स्थित डूंगरपुर रीलखा गांव के निवासी किसान एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान के बुजुर्ग पिता राजेन्द्र सिंह प्रधान और राजेन्द्र सिंह की पत्नी भूरो देवी पर बिलकुल सही सिद्ध होती है। दोनों ने अपने विश्वास से कोरोना को मात दी है।

सोरन प्रधान ने बताया कि उनके 87 साल के पिता राजेन्द्र सिंह प्रधान को 22 अप्रैल 2021 को बुखार आया था। दो दिनों बाद उनकी 85 साल की माता भूरो देवी को भी बुखार आ गया था। उन्होंने गांव में ही बैठने वाले डाॅक्टर से दवाई ली। लेकिन कोई सुधार नहीं हो पाया था। जिसके बाद वो अपने माता और पिता को लेकर ग्रेटर नोएडा के यर्थाथ अस्पताल में लेकर चले गए। जहां पर दोनों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई।

पिता को पड़ा दिल का दौरा, मां की भी हालत गंभीर
सोरन प्रधान ने बताया कि उन्होंने अपने माता-पिता को यर्थाथ अस्पताल में एडमिट करवाया। लेकिन 28 अप्रैल 2021 को अपने माता-पिता को यर्थाथ अस्पताल से अम्रपाली प्रोमेक्स अस्पताल में लेकर चले गए। जहां पर उनके दोस्त डाॅक्टर गुजंन की देखरेख में उनका इलाज किया गया। सोरन प्रधान का कहना है कि इलाज के दौरान उनके पिता राजेन्द्र सिंह प्रधान को दिल का दौरा भी पड़ गया था। उनकी माताजी की हालत भी खराब हो गई थी। वो और उनका परिवार काफी डर गया था। क्योंकि उनके पिता और माता की उम्र काफी काफी ज्यादा थी। लेकिन उनके माता-पिता ने हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार कोरोना को हराकर घर लौटे है।

26 दिनों में बुजुर्ग पति-पत्नी ने कोरोना को हराया
सोरन प्रधान ने बताया कि उनके पिता की हिम्मत को देखकर डाॅक्टर भी हैरान है। अटैक पड़ने के बाद भी उन्होंने अपने बुलंद हौसलों को नहीं छोड़ा, उनकी माताजी की हालत खराब हो गई। लेकिन लगातार अपनी बहू से बोल रही थी कि वो जल्द ही ठीक होकर घर लौटेंगी। आज 26 दिनों बाद दोनों कोरोना को बुरी तरह हराकर अपने घर लौटे है।

17 गांवों के चौधरी थे राजेन्द्र सिंह प्रधान, कोरोना भी हार गया
सोरन प्रधान ने जानकारी देते हुए कहा कि उनके पिता किसान थे। इसके अलावा उनके पिता आसपास के 17 गांवों के चौधरी थे। उनके हौसलें और बुलंद इरादे आज भी कायम है। कल भी उनकी बातों को कोई नहीं काटता था और आज कोरोना भी उनसे हार गया है। अब काफी तेजी के साथ उनके पिता और माता ठीक हो रही है।

 

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