Greater Noida News : एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को जयप्रकाश एसोसिएट्स (जेपी ग्रुप) के शेयर की कीमत 12 प्रतिशत बढ़ गई। मतलब, अब अदानी समूह कर्नाटक के शाहाबाद में 1.2 मिलियन टन प्रति वर्ष की क्षमता वाले अपने सीमेंट संयंत्र का अधिग्रहण करना चाहता है। अदानी समूह प्रतिद्वंद्वियों का अधिग्रहण कर रहा है और अगले पांच वर्षों में अपनी क्षमता को मौजूदा 70 मिलियन टन से बढ़ाकर 140 एमटीपीए तक बढ़ाने के लिए कई कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है। हालांकि, इस विषय पर अडाणी समूह ने कोई टिप्पणी नहीं की। वहीं, इस मुद्दे पर जयप्रकाश को भेजे गए मेल का कोई जवाब नहीं आया।
सितंबर 2022 में एनसीएलटी का रुख किया
जयप्रकाश द्वारा संपत्तियों की बिक्री की खबर तब समय में आई है। जब "दिवाला और दिवालियापन संहिता 2016" के तहत ऋण समाधान के लिए आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) द्वारा दायर याचिकाएं अभी भी राष्ट्रीय कंपनी की इलाहाबाद पीठ के समक्ष लंबित हैं। लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी)। आईसीआईसीआई बैंक ने सितंबर 2018 में अपनी याचिका दायर की, जबकि एसबीआई ने पिछले साल सितंबर में एनसीएलटी का रुख किया।
5,586 करोड़ रुपए में बिकने वाला था, लेकिन...
एनसीएलटी में ऋण समाधान में देरी ने ऋणदाताओं को ऋण का कुछ हिस्सा नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी को बेचने के लिए बातचीत शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। पिछले साल दिसंबर में कंपनी ने 9.4 मिलियन टन प्रति वर्ष, 6.7 मिलियन टन प्रति वर्ष और 280 मेगावाट की संबंधित क्षमता वाले अपने सीमेंट, क्लिंकर और बिजली संयंत्रों को डालमिया भारत को बेचने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में स्थित सीमेंट और बिजली संयंत्रों को डालमिया भारत को 5,586 करोड़ रुपए के उद्यम मूल्य पर बेचा जाना था। हालांकि, अभी तक डील नहीं हो पाई है।