Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट मनोज भाटी को समाजवादी पार्टी में बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। एडवोकेट मनोज भाटी को समाजवादी पार्टी अधिवक्ता सभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सचिव मनोनीत किया गया है। अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट कृष्ण कन्हैया पाल ने शुक्रवार की शाम कार्यकारिणी की घोषणा की है, जिसमें देशभर से एक महासचिव और 20 राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किए गए हैं। नियुक्ति की घोषणा के तुरंत बाद एडवोकेट मनोज भाटी के बेटे समीर भाटी ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समीर भाटी ने भाजपा ज्वाइन की थी।
कौन हैं एडवोकेट मनोज भाटी
एडवोकेट मनोज भाटी मूल रूप से गौतमबुद्ध नगर ज़िले में बोड़ाकी गांव के रहने वाले हैं। उनका गांव ग्रेटर नोएडा शहर के निकट है। मनोज भाटी गौतमबुद्ध नगर दीवानी एवं फौजदारी न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं। मनोज भाटी की गिनती गौतमबुद्ध नगर के अच्छे फौजदारी वकीलों में होती है। नियुक्ति की जानकारी मिलने के बाद मनोज भाटी ने कहा, “उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव जननेता हैं। वह पूरे देश में पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के एकमात्र हितैषी नेता हैं। बाक़ी नेता केवल अगड़े और पिछड़ों की राजनीति करके वोट बैंक को साधने का काम करते हैं। मौजूदा समय में अखिलेश यादव पिछड़ों को आगे बढ़ाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। इससे पहले नेताजी मुलायम सिंह यादव ने यह काम किया था। मैं इस ज़िम्मेदारी का पूरे मनोयोग से निर्वाह करूँगा। आने वाले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए तन-मन-धन काम करूँगा।”
बेटे ने भाजपा से इस्तीफा दिया
एडवोकेट मनोज भाटी का समाजवादी पार्टी अधिवक्ता सभा में मनोनयन होने के तुरंत बाद उनके बेटे समीर भाटी ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया। ख़ुद मनोज भाटी ने अपने X हैंडल पर यह जानकारी दी है। मनोज भाटी ने बताया कि उनके बेटे समीर भाटी ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष को अपना इस्तीफ़ा भेजा है। इस्तीफ़ा देने की वजह निजी कारण बताए हैं।