Greater Noida News : बुलंदशहर की 83 वर्षीय शिक्षिका स्वदेश शर्मा का पार्थिव शरीर उनके निधन के बाद राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) ग्रेटर नोएडा के एनॉटमी विभाग को दान किया गया। सोमवार को स्वदेश शर्मा के परिजनों ने जिम्स पहुंचकर देहदान की औपचारिकताएं पूरी कीं है। जिससे उनकी यह अमूल्य विरासत मेडिकल छात्रों की शिक्षा में सहायक बनेगी।
कार्य दधीचि देहदान संस्था का सहयोग
जिम्स के एनॉटमी विभाग की प्रमुख प्रोफेसर डॉ.रंजना वर्मा ने बताया कि स्वदेश शर्मा सिकंदराबाद की हीरा कॉलोनी की निवासी थीं। दो नवंबर को स्थानीय अस्पताल में उनका निधन हुआ था। उनके देहदान का कार्य दधीचि देहदान संस्था के सहयोग से पूरा हुआ। स्वदेश शर्मा ने अपने जीवन में ही देहदान की सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं। जिसे उनके परिजनों ने सम्मानपूर्वक पूरा किया।
योगदान से भविष्य के डॉक्टरों को प्रशिक्षण में मदद मिलेगी
डॉ.रंजना वर्मा ने बताया कि इस देहदान से मेडिकल छात्रों को मानव शरीर की संरचना का विस्तृत और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होगा। जो उनके प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जिम्स के पास वर्तमान में चार देह उपलब्ध हैं। जिनका उपयोग छात्रों के समूहों द्वारा अध्ययन के लिए किया जा रहा है। जिम्स के निदेशक डॉ.सौरभ श्रीवास्तव ने स्वदेश शर्मा और उनके परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस योगदान से भविष्य के डॉक्टरों को प्रशिक्षण में मदद मिलेगी, जिससे वे मानव शरीर की संरचना और कार्यप्रणाली को गहराई से समझ सकेंगे।