जेवर एयरपोर्ट के बाद नोएडा बन सकता है देश का सबसे बड़ा साइबर क्राइम का अड्डा

Tricity Today Research : जेवर एयरपोर्ट के बाद नोएडा बन सकता है देश का सबसे बड़ा साइबर क्राइम का अड्डा

जेवर एयरपोर्ट के बाद नोएडा बन सकता है देश का सबसे बड़ा साइबर क्राइम का अड्डा

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

Greater Noida News : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) भले ही उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और भारत के लिए विकास का पत्थर साबित होगा, लेकिन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद गौतमबुद्ध नगर साइबर क्राइम (Cyber Crime) का एक बड़ा अड्डा बन सकता है। अभी फिलहाल गुरुग्राम, बेंगलुरु और मुंबई में साइबर क्राइम काफी ज्यादा है। क्योंकि यह इलाके भारत की औद्योगिक नगरी भी है। इस रिपोर्ट के लिए "ट्राईसिटी टुडे" टीम ने रिसर्च किया। इसके अलावा यूपी साइबर क्राइम के एसपी त्रिवेणी सिंह और कई विशेषज्ञों से बातचीत की गई।

लोग काफी तेजी से गौतमबुद्ध नगर में आ रहे
जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद गौतमबुद्ध नगर भी औद्योगिक नगरी के रूप में विकसित होगा। हो सकता है कि गौतमबुद्ध नगर देश का सबसे बड़ा आईटी हब बन जाए। गौतमबुद्ध नगर में नोएडा एयरपोर्ट प्रोजेक्ट आने के बाद देश-विदेश की बड़ी-बड़ी कंपनियां यहां पर अपनी औद्योगिक इकाइयों को लगाने में लगी हुई है। अगर गौतमबुद्ध नगर के कोई से भी प्राधिकरण (नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और यमुना विकास अथॉरिटी) के द्वारा प्लॉट योजना निकाली जाती है तो एक प्लॉट के लिए 80-85 लोग खरीदने के लिए लाइन में खड़े होते हैं। इससे पता चलता है कि गौतमबुद्ध नगर में जेवर एयरपोर्ट की वजह से तेजी से विकास हो रहा है।

गौतमबुद्ध नगर कैसे बन सकता है साइबर क्राइम का केंद्र
जेवर में एक से बढ़कर एक कंपनी आ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक जहां पर आईटी हब और कंपनियां ज्यादा होता है, वहां पर साइबर क्राइम काफी तेजी के साथ बढ़ता है। इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क और अन्य इंटरनेशनल प्रोजेक्ट बनने के बाद लाखों लोग नौकरी के लिए आएंगे। अधिकतर लोग गूगल पर नौकरी की तलाश करते हैं। इसमें कोई दोराय वाली बात नहीं है कि गूगल इंजन और सोशल मीडिया पर साइबर अपराधियों को जाल बिछा हुआ है। इसलिए नोएडा एयरपोर्ट के आने के बाद गौतमबुद्ध नगर में साइबर क्राइम बढ़ सकता है। एक और बड़ी बात यह है कि यहां पर अभी से ज्यादा संख्या में बेरोजगार आते हैं। रोजाना लोग अपने घरों से नौकरी ढूंढने के लिए निकलते है, लेकिन जब नौकरी नहीं मिलती तो गूगल पर सर्च करते है। ऐसे नोएडा शहर में काफी ज्यादा है। गूगल पर पहले से ही साइबर क्राइम ने जाल बिछाया हुआ है। जिसकी वजह से बेरोजगार लोग आसानी से साइबर अपराधियों के निशाने पर आ जाते हैं। सबसे ज्यादा लोग सोशल मीडिया के जरिए नौकरी तलाशते है, जो सबसे ज्यादा चिंताजनक है और गंभीर है। वहां पर नौकरी देने वालों की फर्जी प्रोफाइल बनी हुई है।

ऑनलाइन शॉपिंग भी एक बड़ा कारण
ऑनलाइन शॉपिंग से भी साइबर क्राइम के पांव फैलते जा रहे हैं। आज के समय में अधिकतर लोग घर बैठे या फिर ऑफिस में बैठकर ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, यह भी खतरे से खाली नहीं है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जब हम ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो अपनी डिटेल संबधित साइट पर अपलोड करनी पड़ती है। वहीं से साइबर क्रिमिनल आपकी डिटेल चोरी कर सकते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग के चक्कर में काफी लोग रोजाना लाखों रुपए गवां देते हैं। काफी सारी फर्जी वेबसाइट बनी हुई है, जिन पर विजिट करने के बाद लोगों के फोन हैक हो जाते हैं और अकाउंट से पैसे गायब हो जाते हैं। इसके अलावा काफी वेबसाइट ऐसी हैं, जहां पर लोग कॉल करके आर्डर करते हैं और ऑर्डर करने के नाम पर पैसे ले लिए जाते हैं, लेकिन बाद में सामान घर नहीं आता।

बेरोजगारों को नौकरियों का झांसा देते हैं
काफी बार गौतमबुद्ध नगर के साइबर क्राइम पूर्व एसपी त्रिवेणी सिंह ने भी यही कहा, "सोशल मीडिया और गूगल इंजन पर साइबर क्राइम का सबसे बड़ा जाल बिछा हुआ है। साइबर क्रिमिनल्स ने गूगल पर फर्जी वेबसाइट बनाई हुई है, जिसपर लोगो को नौकरियों का झांसा देते हैं। जब कोई व्यक्ति उस वेबसाइट से संपर्क करता है तो उसको अपनी बातों में फंसाकर साइबर ठग का निशाना बनाते हैं।

बड़े-बड़े लोग बन रहे शिकार
जरूरी है कि लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। अधिकता देखा गया है कि पढ़े-लिखे डॉक्टर, इंजीनियर और बड़े अधिकारी साइबर अपराधियों के निशाने पर आते हैं। साइबर क्राइम को रोकने के लिए जागरूकता के अलावा पुलिस को अभियान चलाने चाहिए। यह कहना गलत नहीं होगा कि साइबर क्राइम देश का सबसे बड़ा अपराध बनता जा रहा है जो पुलिस के लिए अपने आप में एक बड़ी चुनौती है। आजकल पार्ट टाइम जॉब के नाम पर रोजाना नोएडा में लाखों रुपए का साइबर क्राइम होता है।

इन 10 जिलों में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम
फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन (FCRF) की रिपोर्ट के मुताबिक भरतपुर में 18 प्रतिशत, मथुरा में 12 प्रतिशत, नूंह में 11 प्रतिशत, देवघर में 10 प्रतिशत, जामताड़ा में 9.6 प्रतिशत, गुरुग्राम में 8.1 प्रतिशत, अलवर में 5.1% प्रतिशत, बोकारो में 2.4 प्रतिशत, करमाटांड़ में 2.4 प्रतिशत और गिरिडीह में 2.3 प्रतिशत साइबर क्राइम के मामले हैं। पूरे देशभर में अगर सबसे ज्यादा साइबर क्राइम के मामले आते हैं तो वह इन जिलों से ही आते हैं।

मथुरा जिले में तेजी से फैल रहा साइबर क्राइम
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में टूरिस्ट डेस्टिनेशन काफी ज्यादा है, यहां पर काफी संख्या में लोग आते हैं। इसी वजह से लोग यहां पर साइबर क्राइम का शिकार हो जाते हैं। क्योंकि कारोबारी और लोगों के भीतर जागरूकता की कमी है। गुरुग्राम में आईटी और कॉरपोरेट का सबसे बड़ा हब है, इसलिए यहां पर अपराधी काफी एक्टिव है। वैसे तो गुरुग्राम को आर्थिक नगरी कहा जाता है, लेकिन फिर भी साइबर सिक्योरिटी के मामले में लोग अभी पीछे हैं। सभी जिलों में कोई ना कोई ऐसी वजह है। जहां पर कमी होने के कारण लोग आसानी से साइबर अपराध के झांसे में आ जाते हैं और अपनी कीमती राशि गवां देते हैं।

साइबर क्राइम से बचने के तरीके -
  1. किसी अज्ञात लिंक पर भूल से भी क्लिक न करें, इससे आपका बैंक अकाउंट हैक हो सकता है और आपके खाते में जमा पैसों को साइबर अपराधी ठग सकते हैं।
  2. कभी किसी भी वेबसाइट को विज़िट करते वक्त सबसे पहले HTTPS पर ध्यान देना चाहिए। अगर वेबसाइट के लिंक मे HTTPS के बजाय HTTP हैं तो हमें ऐसे वेबसाइट पर नहीं जाना चाहिए और अनजान वेबसाइट पर हमें भूलकर लॉगिन नहीं करना चाहिए व Personal Details को साझा नहीं करना चाहिए।
  3. अक्सर किसी सॉफ्टवेयर या ऐप को फ्री में इस्तेमाल करने के लिए अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन में ऐसे थर्ड पार्टी ऐप और सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर लेते हैं। जो बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इससे हमारा कंप्यूटर और स्मार्टफोन हैक हो सकता है। इसलिए कभी भी किसी थर्ड पार्टी ऐप या सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल न करें।
  4. अक्सर हमें और हमारे आस-पास मौजूद लोगों को ऐसे कॉल आते रहते हैं। जिनमे ऑनलाइन स्कीम और लॉटरी की बात चल रही है, पैसे देने का दावा किया जाता है और उसके बदले में हमारी व्यक्तिगत जानकारी और पैसे मांगे जाते हैं तो ऐसे में आपको इस पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करना चाहिए।
  5. अगर आप फ्री इंटरनेट के चक्कर मे Public वाईफाई का उपयोग करते हैं तो सावधान हो जाए क्योंकि आज के समय मे फ्री Public वाईफाई बिल्कुल भी सेफ नहीं हैं इससे आपका System हैक हो सकता हैं।
  6. इंटरनेट का उपयोग करने के लिए ब्राउजर की अत्यंत आवश्यकता होती है। ऐसे में हमारे ब्राउजर में ऐसी कई सारी कमियां होती हैं। जिनमें से एक हैकर हमारे सिस्टम को हैक कर सकते हैं। इन कमियों को ठीक करने के लिए ब्राउजर को अपडेट करना चाहिए। इसलिए हमें अपने ब्राउजर को अपडेट रखना चाहिए।

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