Greater Noida : अखिल भारतीय किसान सभा गौतम बुध नगर इकाई ने प्राधिकरण में किसानों सहित सभी आगंतुकों के प्रवेश पर लगाई गई पाबंदियों का विरोध किया। उन्होंने विरोध करते हुए इसे प्राधिकरण का जनविरोधी कदम बताया है।
"कार्यों का शीघ्र निस्तारण करने की बजाए प्रवेश पर पाबंदी लगा दी"
किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने बयान देते हुए कहा नया पास सिस्टम लोगों की आवश्यकताओं की उपेक्षा करते हुए लागू किया गया है। प्राधिकरण के स्तर पर किसानों और अन्य लोगों की फाइलें लंबे समय तक लंबित रखी जाती हैं। जिन की पैरवी के लिए लोगों को मजबूरन अपने आवश्यक कार्य छोड़कर प्राधिकरण में आना पड़ता है। प्राधिकरण ने बजाए उनके कार्यों का शीघ्र निस्तारण करने की व्यवस्था बनाने के बजाए उनके प्रवेश पर ही पाबंदी लगा दी है। नए पास सिस्टम के कारण लोग बड़ी संख्या में कई घंटे लाइन लगाकर खड़े हैं जबकि मिलने का समय 10 से 12 के बीच तय किया गया है। इस दौरान भी अधिकारी और कर्मचारी आपस में मीटिंग करते रहते हैं, सीट पर बैठते नहीं हैं, फरियादियों के कार्यों का निस्तारण नहीं करते हैं।
"प्राधिकरण के अधिकारियों की मानसिकता जनविरोधी है"
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि किसान सभा नए पास सिस्टम का विरोध करती है। उन्होंने नए पास सिस्टम को जन विरोधी करार दिया आगे कहा कि लोगों के कार्य करने के बजाए उनके प्रवेश पर पाबंदी लगाना प्राधिकरण के अधिकारियों को बेहतर रास्ता लगा है। इससे पता चलता है कि प्राधिकरण के अधिकारियों की मानसिकता जनविरोधी है और उनका व्यवहार तानाशाही पूर्ण एवं मनमाना है।
"लीजबैक करने के बजाए उनका प्रवेश ही बंद कर रहा है प्राधिकरण"
किसान सभा के महासचिव हरेंद्र खारी ने कहा प्राधिकरण लोगों की फीडबैक के बिना ही अपनी मनमर्जी से कोई भी सिस्टम लागू करता है। लोगों की सुविधाएं का कोई ख्याल नहीं रखता प्राधिकरण का व्यवहार तानाशाही पूर्ण एवं मनमाना है। किसान अपने कार्यों के लिए लीजबैक के लिए सालों से चक्कर काटते रहे हैं परंतु प्राधिकरण उनकी लीजबैक करने के बजाए उनका प्रवेश ही बंद कर रहा है। किसान सभा उपाध्यक्ष वीरसेन नागर ने कहा प्राधिकरण नए पास सिस्टम को तुरंत प्रभाव से वापस ले अन्यथा प्रदर्शन कर नए पास सिस्टम का विरोध किया जाएगा।