- शनिवार को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की 123वीं बोर्ड बैठक हुई
- बोड़ाकी में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब बनाया जाएगा
- यहां एक ही पॉइंट पर लोगों को रेल, अंतर्राज्यीय और लोकल बस व मेट्रो सेवा मिलेंगी
Greater Noida News : दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल रेलवे कॉरिडोर के लिए काम कर रही कम्पनी आईआईटीजीएनएल की ग्रेटर नोएडा में महत्वपूर्ण परियोजना मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब को लेकर शनिवार को बड़ा फैसला लिया गया है। इस विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार हो गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के बोर्ड ने शनिवार को परियोजना रिपोर्ट शासन को भेज दी है। अब जल्दी यहां काम शुरू होगा। जिसकी बदौलत यहां एक ही पॉइंट पर लोगों को रेल, अंतर्राज्यीय और लोकल बस व मेट्रो सेवा मिलेंगी।
बोड़ाकी में बनेगा इंटरनेशनल लेवल का रेलवे स्टेशन
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भारत सरकार के सहयोग से बोड़ाकी के आसपास 7 गांवों की 478 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया है। यहां मल्टीमॉडल ट्रांंसपोर्ट और लॉजिस्टिक हब विकसित करने की योजना तैयार की है। इन दोनों परियोजनाओं पर भारत सरकार की मंजूरी मिल चुकी है। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के तहत तीन अहम परियोजनाएं हैं। इनमें बोड़ाकी के पास एक इंटरनेशनल फेसेलिटी वाला रेलवे टर्मिनल बनेगा। ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास रहने वालों को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के लिए ट्रेनें यहीं से मिलेंगी। अब यहाँ के लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए दिल्ली, नई दिल्ली या आनंद विहार रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सारी सुपरफास्ट ट्रेन यहां ठहरकर चलेंगी। ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने बताया कि इस रेलवे टर्मिनल को रेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। अगले पांच साल में इसके बनने के बाद पूरब की ओर जाने वाली अधिकतर ट्रेनें यहीं से चलेंगी।
यहां से 500 किलोमीटर तक बसों का संचालन किया जाएगा
ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने बताया कि बोड़ाकी के पास अंतर्राज्यीय और लोकल बस अड्डा भी बनाया जाएगा। यह दूसरी परियोजना है। इस बस अड्डे से अंतर्राज्यीय और लोकल बस संचालित होंगी। इसके बन जाने से उद्योगों में काम करने वालों के लिए दूरदराज के साथ ही लोकल कर्मचारियों को राहत मिलेगी। यहां पूरे दिल्ली-एनसीआर के लिए लोकल बीएस सेवा उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल और मध्य प्रदेश के लिए बसें भी इस स्थान से मिलेंगी। करीब-करीब 500 किलोमीटर के दायरे तक यहां से बसों का संचालन किया जाएगा। इसे भी केंद्र और राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है।
ग्रेटर नोएडा से आगे बोड़ाकी जाएगी एक्वा लाइन मेट्रो
मेट्रो कनेक्टिविटी की सुविधा विकसित की जाएगी। यह तीसरी परियोजना है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा को जोड़ते हुए डिपो स्टेशन से मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक एक्वा लाइन मेट्रो जाएगी। मौजूदा डिपो स्टेशन से मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक करीब तीन किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन और बनेगी। दूसरी ओर लॉजिस्टिक हब से माल ढुलाई की राह आसान हो जाएगी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के उद्योगों की जरूरत को देखते हुए यह परियोजना बेहद ख़ास है। मुंबई, बिहार, बंगाल और गुजरात तक मॉल पहुंचने में अभी चार-पांच दिन का वक्त लगता है। इसके शुरू होने के बाद माल डेढ़ दिन में पहुंच सकेगा। दादरी के पास से गुजर रहे दोनों डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर इससे जोड़े जाएंगे। इसके अलावा लॉजिस्टिक हब में वेयर हाउस भी बनेंगे।