Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि विश्वविद्यालय में नियुक्तियों और विनियमों में गंभीर अनियमितताएं हैं, जिससे आर्थिक भ्रष्टाचार की संभावना बढ़ गई है।
नियुक्तियों को बताया अवैध
पत्र में विशेष रूप से रजिस्ट्रार के पद पर अवैध रूप से नियुक्तियों का उल्लेख किया गया है, जिसमें बताया गया है कि बिना वैध प्रक्रिया का पालन किए एक व्यक्ति को रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया गया, जो कि नियमों के खिलाफ है। इसके अलावा, डीन और डायरेक्टर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी अनियमित नियुक्तियों का आरोप लगाया गया है, जिससे विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और प्रशासनिक गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसके अलावा, पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि विश्वविद्यालय में छात्र-शिक्षक अनुपात असंतुलित है, और कई पाठ्यक्रम अप्रासंगिक या अद्यतित नहीं हैं। विश्वविद्यालय के प्रमुख पदों पर अयोग्य व्यक्तियों की नियुक्ति और बुनियादी ढांचे की उपेक्षा ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है।
मुख्यमंत्री से की मांग
कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि विश्वविद्यालय का नेतृत्व एक समर्पित कुलपति को सौंपा जाए, जो न केवल शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार करे बल्कि छात्रों में नैतिकता और राष्ट्रभक्ति का संचार भी करे। इसके अलावा, उन्होंने सभी अनियमितताओं की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कुल मिलाकर, यह पत्र विश्वविद्यालय के संचालन में पारदर्शिता और सुशासन की कमी को उजागर करता है और इसके समाधान के लिए उच्च स्तरीय हस्तक्षेप की आवश्यकता पर बल देता है। इस प्रकरण को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव कार्यालय से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया है। कुलपति या कुल सचिव कार्यालय से प्रतिक्रिया मिलने पर उनका पक्ष रखा जाएगा।