भाजपा के लिए सिरदर्द बन गए हैं अमित चौधरी?, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भारी विरोध, गुर्जर नाराज

गौतमबुद्ध नगर : भाजपा के लिए सिरदर्द बन गए हैं अमित चौधरी?, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भारी विरोध, गुर्जर नाराज

भाजपा के लिए सिरदर्द बन गए हैं अमित चौधरी?, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भारी विरोध, गुर्जर नाराज

Tricity Today | अमित चौधरी

Gautam Buddh Nagar News : भारतीय जनता पार्टी ने गौतमबुद्ध नगर जिला बनने के बाद पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कामयाबी हासिल की है। पहली बार में ही भाजपा ने लीक से हटकर फैसला लिया। पंचायतों में गुर्जर समाज की बाहुल्य होने के बावजूद जाट बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले अमित चौधरी को अध्यक्ष पद से नवाज दिया। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या अमित चौधरी भारतीय जनता पार्टी के लिए गौतमबुद्ध नगर में सिरदर्द बन चुके हैं? दरअसल, एक और ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाउसिंग सोसाइटीज में जिला पंचायत अध्यक्ष का आम आदमी खुलेआम विरोध कर रहा है। शनिवार को सैकड़ों लोगों की भीड़ में गौड़ सिटी चौराहे पर प्रदर्शन किया और आने वाले चुनाव में बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। दूसरी तरफ भाजपा के फैसले से गुर्जर बिरादरी में भी गुस्सा है।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में तगड़ी नाराजगी
अमित चौधरी और उनके परिवार का कारोबार रियल स्टेट से जुड़ा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद में कई हाउसिंग सोसायटी अमित चौधरी और उनके चाचा ने मिलकर बनाई हैं। इनकी हाउसिंग सोसाइटीज को अब तक कंपलीशन सर्टिफिकेट और ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट नहीं मिले हैं। जिसकी वजह से फ्लैट खरीददार अपने हकों के लिए आंदोलन कर रहे हैं। दरअसल, फ्लैट बायर्स के नाम रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है। दूसरी ओर हाउसिंग सोसाइटीज में सुविधाओं की कमी है। फ्लैट खरीददार कंपनी स्टाफ पर मनमानी, अभद्रता और मारपीट करने के आरोपों में एफआईआर तक दर्ज करवा चुके हैं। पिछले दिनों अमित चौधरी के भतीजे का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह फ्लैट खरीदारों को गालियां बक रहे थे। करीब सालभर पहले कंपनी के जनरल मैनेजर और कई कर्मचारियों पर बिसरख थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। इनकी गिरफ्तारियां भी हुई थीं। सोसाइटी के निवासियों का कहना है कि जब से अमित चौधरी जिला पंचायत अध्यक्ष बने हैं, तब से हालात बहुत ज्यादा खराब हो गए हैं। पुलिस, प्रशासन और विकास प्राधिकरण दबाव में काम कर रहे हैं।

सड़क से सोशल मीडिया तक विरोध
जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी की खिलाफत सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक चल रही है। शनिवार को गौड़ सिटी चौराहे पर सैकड़ों की भीड़ ने प्रदर्शन किया। अमित चौधरी की कम्पनी के फ्लैट खरीददार एकत्र हुए। प्रदर्शन में शामिल नेफोवा की महासचिव श्वेता भारती ने कहा, "ग्रेटर नोएडा वेस्ट के हजारों लोगों के फ्लैट्स की रजिस्ट्री नहीं हुई है। यह घर खरीदार समय-समय पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। कई बार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पंचशील बिल्डर और निवासियों के बीच बातचीत करवाई लेकिन किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ। हमें बताया जाता है कि प्राधिकरण का बिल्डर पर पैसा बकाया है। अगर ऐसा है तो इन घर खरीदारों को सजा क्यों दी जा रही है। प्राधिकरण और बिल्डर के बीच में घर खरीदार पिस रहे हैं।"

अब चुनाव में वोट की चोट होगी
श्वेता भारती ने आगे कहा, "इस मामले को लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के घर खरीदार काफी बार जनप्रतिनिधियों से भी मिले और बातचीत की। कोई समस्याओं को नहीं सुन रहा है। हम लोग मजबूरी में सड़क पर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। अब विधानसभा चुनाव में हम वोट नहीं देंगे। हम चुनाव का बहिष्कार करेंगे। हम वोट की चोट पर वार करेंगे।" इस प्रदर्शन के दौरान घर खरीदार और पंचशील निवासी देवेश कुमार ने कहा, "लोगों को 10-10 साल फ्लैट लिए हुए हो गए हैं। फ्लैट की किस्त लगातार जा रही हैं। कुछ लोगों को ज्यादा ब्याज भरना पड़ा रहा है। अगर दूसरे बैंक में जाना चाहता हैं तो जा नहीं सकते हैं, क्योंकि फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हुई है। हमारी इस परेशानी का सबसे बड़ा कारण ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण है। घर खरीदार से जितना मकान का पैसा तय हुआ था, वह बिल्डर को दे दिया है। प्राधिकरण अपना पैसा बिल्डर से नहीं ले पा रहा है। जिसकी वजह से घर खरीदार परेशान हैं।" 

खूब खरी-खौटी सुना रहे लोग
दूसरी तरफ अमित चौधरी को सोशल मीडिया पर लोग जमकर खरी-खौटी सुनाई जा रही है। अमित ने 4 दिसंबर को एक ट्वीट किया। लिखा, "जिला पंचायत गौतम बुध नगर द्वारा जेवर क्षेत्र में दिनांक 5 December 2021 को 1 करोड़ 49 लाख 15 हज़ार की लागत से किए जाने वाले निर्माण कार्यों का शिलान्यास गोपालगढ़ समय 1:00 बजे दोपहर आप सभी क्षेत्रवासी सादर आमंत्रित हैं।" इस पर लोगों ने प्रतिक्रयाएं व्यक्त की हैं। राहुल शर्मा नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया, "पंचशील हायनिश के निवासी रजिस्ट्री की मांग कर रहे हैं। पूरा पैसा देने और सरकारी कार्यवाही करने के बाद भी खाली हाथ हैं।" मुशाफिर नाम के एक यूजर ने कहा, "कभी पंचशील हयनीश और पंचशील ग्रीन आकर देखो बिल्डर ने 2000 से ज्यादा फ्लैट वालों की जिंगदी हराम कर रखी है। लोग बताते हैं कि बिल्डर आपका भाई है। क्या सही बात है? डॉ.महेश शर्मा को लेकर आ जाओ, न्याय करो। आप तो जीत गए पर योगी आदित्यनाथ, भाजपा और जेपी नड्डा 5,000 से ज्यादा वोट खोने जा रहें हो।"

नितिन नाम के एक ट्विटर यूजर ने कहा, "इन जैसे घटिया इंसान को बीजेपी नेता बना देती है, तो बीजेपी का डूबना निश्चित है। आप विश्वास रखें अगले चुआवों में अमित चौधरी एंड इनके भाई अनुज चौधरी बीजेपी को ले डूबेंगे! आप आकर देखिए इनकी पंचशील ग्रींस-2 सोसाइटी में क्या हाल है।" पंचशील ह्यनिश सोसाइटी के नाम से ट्विटर यूजर ने कहा, "पंचशील वाला हाल होगा जिले का। अभी तक 3 सोसाइटी के लोग परेशान थे, अब पूरा जिला भुगतेगा गलत का साथ देने का।"

आम ही नहीं खास भी परेशान
अमित चौधरी के कारोबार से न केवल आम आदमी बल्कि खास भी परेशान हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री सुरेश खन्ना के एक रिश्तेदार रितेश सहाय करीब एक साल से अपना फ्लैट हासिल करने के लिए धक्के खा रहे हैं। बड़ी बात यह है कि यूपी के फाइनेंस मिनिस्टर सुरेश खन्ना खुद अमित चौधरी को फोन कर चुके हैं। रितेश सहाय ने बताया, "मैं अपने फ्लैट की पूरी कीमत अदा कर चुका हूं। अमित चौधरी की कंपनी ने मेरे ऊपर बिना वजह ब्याज लगाया। जबकि फ्लैट की डिलीवरी करने में लंबे वक्त की देरी हो चुकी है। रेरा के नियमों के मुताबिक बिल्डर को पेनल्टी देनी चाहिए। अंततः हमने ब्याज और पेनल्टी को समायोजित करते हुए विवाद खत्म करना बेहतर समझा। अब बिल्डर की ओर से टीडीएस की मांग की जा रही है। कुल मिलाकर इनका मकसद मनमानी करना और फ्लैट वक्त पर नहीं देने की नियत है।" पंचशील बिल्डर से परेशान रितेश सहाय अकेले फ्लैट खरीददार नहीं हैं। ऐसे लोगों की एक लंबी लिस्ट है। बड़ी संख्या में फ्लैट खरीदारों ने बिल्डर के खिलाफ यूपी रेरा, कंजूमर कोर्ट और कई दूसरी अदालतों में मुकदमे विधायक कर रखे हैं।

गुर्जर समाज में भारी नाराजगी
गौतमबुद्ध नगर की पंचायतों में गुर्जर बिरादरी का दबदबा है। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के तौर पर अमित चौधरी की ताजपोशी की है। इससे गुर्जरों में खासा गुस्सा है। भारतीय जनता पार्टी के एक सीनियर गुर्जर लीडर ने कहा, "पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में गौतमबुद्ध नगर को गुर्जरों के लिए सुरक्षित समझा जाता है। ऐसे में भाजपा ने बड़ा उलटफेर करते हुए जाट बिरादरी को तरजीह दी है और अमित चौधरी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया है। जबकि जिले में जाट मतदाताओं की संख्या बमुश्किल 10,000 है। अब जिले के आम गुर्जरों का कहना है कि बुलंदशहर, मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, अमरोहा और मुरादाबाद जैसे जिलों में भाजपा गुर्जर और बाकी बिरादरियों के मुकाबले जाट नेताओं को तरजीह दे रही है। गौतमबुद्ध नगर में भी गुर्जरों का हक छीना गया है। यह भावना आने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारी पड़ सकती है।" आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर जिला पंचायत में केवल 5 सदस्य हैं। इनमें से 3 सदस्य गुर्जर बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं। पहली बार जिले में कोई जाट जिला पंचायत सदस्य और अध्यक्ष बना है।

आम चर्चा में बीजेपी के दो बड़े नेताओं से नजदीकी
अमित चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी में बेहद तेजी से तरक्की की है। मौजूदा जिला अध्यक्ष विजय भाटी की दोनों कार्यकारिणी में अमित को जिला महामंत्री बनाया गया। जिले के भाजपा नेता आम चर्चा में कहते हैं कि अमित चौधरी ने कभी एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के लिए काम नहीं किया है। वह सीधे पैराशूट लीडर के तौर पर जिले की राजनीति में आए हैं। खासतौर से जब भाजपा सत्ता में आई तो अमित का पदार्पण हुआ। भारतीय जनता पार्टी के दो बड़े नेताओं से अमित चौधरी की नजदीकी उनके लिए फायदेमंद साबित हो रही है।

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