अनिल दुजाना पत्नी के साथ गांव में पहुंचा, दोनों ने दादी सती मंदिर पर की पूजा, नहीं लड़ेगा पंचायत चुनाव

ग्रेटर नोएडा : अनिल दुजाना पत्नी के साथ गांव में पहुंचा, दोनों ने दादी सती मंदिर पर की पूजा, नहीं लड़ेगा पंचायत चुनाव

अनिल दुजाना पत्नी के साथ गांव में पहुंचा, दोनों ने दादी सती मंदिर पर की पूजा, नहीं लड़ेगा पंचायत चुनाव

Tricity Today | अनिल दुजाना और उसकी पत्नी पूजा

गैंगस्टर अनिल दुजाना शादी करने के बाद पहली बार पत्नी के साथ अपने पैतृक गांव दुजाना पहुंचा। दोनों ने गांव में प्रसिद्ध 'दादी सती' के मंदिर में पूजा अर्चना की है। जानकारी मिली है कि इसके बाद अनिल दुजाना गांव में कई लोगों के घर गया। उनके साथ विचार-विमर्श किया है। दरअसल, गांव में एक तबका अनिल दुजाना को एक बार फिर जिला पंचायत चुनाव लड़ाना चाहता है। दूसरी ओर गांव में बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं, जो नहीं चाहते कि अनिल दुजाना पंचायत चुनाव में भाग ले। अनिल दुजाना के वकील ने भी कहा है कि उसका पंचायत चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है।

जेल से लड़ा था पंचायत चुनाव
आपको बता दें कि अनिल दुजाना ने पिछला जिला पंचायत चुनाव लड़ा था और वह भारी अंतर से जीत गया था। उस समय अनिल दुजाना ने जेल से पर्चा दाखिल किया था और अदालत के आदेश पर वह पुलिस अभिरक्षा में प्रचार करने गया था। हालांकि, बाद में उत्तर प्रदेश सरकार ने गौतमबुद्ध नगर जिला पंचायत को निष्क्रिय घोषित कर दिया था। उसके बाद अनिल दुजाना कई मामलों में वांटेड होने के कारण जेल चला गया था। वह पिछले 5 वर्षों से जेल में ही था। करीब 10 दिन पहले उसे अदालत ने जमानत देकर रिहा किया है।

पत्नी पूजा के साथ पहुंचा अपने गांव
मिली जानकारी के मुताबिक शादी करने के बाद अनिल दुजाना अपनी पत्नी पूजा के साथ पहली बार गांव में पहुंचा। दोनों ने दादी सती के मंदिर पर पूजा अर्चना की है। दरअसल, यहां इलाके में परंपरा है कि शादी के बाद जोड़ा 'दादी सती' के मंदिर पर पूजा करने अवश्य जाता है। अनिल दुजाना के वकील जितेंद्र ने बताया कि अनिल और उसकी पत्नी पूजा गांव में आए थे। दोनों ने 'दादी सती' के मंदिर पर रस्में पूरी की हैं। इसके बाद गांव में कुछ लोगों से मुलाकात की, लेकिन पंचायत चुनाव पर किसी भी तरह की चर्चा नहीं हुई है। अनिल के वकील का यह भी कहना है कि उसकी चुनाव लड़ने की कोई योजना नहीं है।

चुनाव को लेकर गांव के लोगों में दोराय बनी हुई हैं
दूसरी और गांव से मिली जानकारी के मुताबिक पंचायत में अनिल दुजाना के भाग लेने और नहीं लेने को लेकर दो राय हैं। गांव में एक बड़ा वर्ग चाहता है कि अनिल पंचायत चुनाव नहीं लड़े। दूसरी ओर गांव के कुछ लोग उसे दोबारा चुनाव लड़ाना चाहते हैं। आपको बता दें कि पिछले जिला पंचायत के चुनाव में अनिल दुजाना ने 10,030 वोटों से जीत हासिल की थी। उसके खिलाफ किसी बड़े कद्दावर नेता ने चुनाव नहीं लड़ा था। पिछली बार गौतमबुद्ध नगर जिला पंचायत में 9 वार्ड थे। इस बार वार्डों की संख्या केवल 5 रह गई है। इसके चलते भी अनिल दुजाना का चुनाव लड़ पाना मुश्किल होगा। पिछली बार अनिल दुजाना ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था।

गौतमबुद्ध नगर पुलिस पूरी तरह सतर्क
अनिल दुजाना के जमानत लेकर रिया होने और उसके बाद की तमाम गतिविधियों पर गौतमबुद्ध नगर पुलिस नजर बनाए हुए है। पुलिस अफसरों का कहना है कि उसकी हर गतिविधि पर सर्विलांस किया जा रहा है। कानून के तहत प्रत्येक व्यक्ति को स्वतंत्र रूप से जीवन यापन करने और अपनी पारिवारिक गतिविधियों में सम्मिलित होने का अधिकार है। इससे पुलिस को किसी भी तरह की आपत्ति नहीं है, लेकिन अगर कोई आपराधिक गतिविधि नजर आई तो तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि मौजूदा परिसीमन के बाद अनिल का गांव दुजाना जिला पंचायत के वार्ड नंबर 2 में शामिल है। हालांकि, पिछली बार भी यह गांव वार्ड नंबर 2 में शामिल था। अनिल दुजाना ने वार्ड नंबर 2 से ही चुनाव जीता था।

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