फरार पति-पत्नी के खिलाफ पुलिस ने तिलपता गांव में पीटा ढिंढोरा

महामेधा बैंक घोटाले में बड़ी कार्रवाई : फरार पति-पत्नी के खिलाफ पुलिस ने तिलपता गांव में पीटा ढिंढोरा

फरार पति-पत्नी के खिलाफ पुलिस ने तिलपता गांव में पीटा ढिंढोरा

Tricity Today | महामेधा बैंक घोटाले में बड़ी कार्रवाई

Greater Noida News : मेरठ सीआईडी ने गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद के महामेधा बैंक घोटाले (Mahamedha Bank Scam) में बड़ी कार्रवाई की है। इस घोटाले को अंजाम देने वालों में शामिल एक दंपति के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के तिलपता गांव में ढिंढोरा पीटा गया है। सीआईडी ने दंपति की प्रॉपर्टी को कुर्क कर लिया है। दोनों को पुलिस या अदालत में हाजिर होने के लिए एक महीने का वक्त दिया गया है। सीआईडी के इंस्पेक्टर ने बताया कि अगर इस दौरान इन दोनों ने सरेंडर नहीं किया तो प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया जाएगा। इस बारे में गांव के बीचोंबीच मुनादी करवाई गई है।

पति-पत्नी करोड़ों रुपए का घोटाला कर हुए फरार
मेरठ सीआईडी के इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में कारोबार करने वाले महामेधा अर्बन कोऑपरेटिव बैंक में 99.85 करोड़ रुपए का गबन किया गया था। इस मामले में गौतमबुद्ध नगर के सहायक सहकारिता आयुक्त की ओर से 18 सितंबर 2020 को गाजियाबाद कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मामले की जांच मेरठ की आईडी कर रही है। मुकदमे में 17 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। तीन आरोपियों की मृत्यु हो चुकी है। दो अभियुक्त फरार चल रहे हैं। इनमें ग्रेटर नोएडा के तिलपता गांव का रहने वाला सुनील सिंह भाटी पुत्र दया सिंह भाटी और सुनील सिंह भाटी की पत्नी कुसुम भाटी फरार चल रहे हैं। दोनों को सरेंडर करने के लिए एक महीने की मोहलत
मेरठ सीआईडी, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर पुलिस इन दोनों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह ने बताया कि अदालत के आदेश पर सीआरपीसी की धारा-82 के तहत इन दोनों के खिलाफ तिलपता गांव में ढिंढोरा पिटवाया गया है। ग्रामीणों को सूचना दी गई है कि सुनील भाटी और कुसुम भाटी अगले एक महीने के दौरान पुलिस या अदालत के सामने हाजिर हो जाएं। अगर इन दोनों ने सरेंडर नहीं किया तो इनकी चल और अचल संपत्तियों को कुर्क कर लिया जाएगा।

क्या है महामेधा बैंक घोटाला
आरोप है कि महामेधा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों और कार्यकारिणी के सदस्यों ने आपसी मिलीभगत कर कुछ सालों के दौरान हजारों बैंक खाताधारकों के 100 करोड़ रुपये से अधिक उड़ा लिए। महामेधा बैंक के तीन जिलों गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और हापुड़ में कुल 37,588 खाताधारक थे। इसका पता चला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इस बैंक के खाताधारकों में 36,176 खाता धारक एक लाख से कम जमा वाले थे। इनके करीब 100 करोड़ से ज्यादा रुपये बैंक में जमा थे। कुछ महीने पहले ही जारी किए गए निर्देश के मुताबिक, इन सारे खाताधारकों को अब केवल 1-1 लाख रुपये बतौर बीमा राशि मिलेंगे। इनकी बाकी धनराशि डूब गई है।

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