Tricity Today | एसोटेक स्प्रिंग फील्ड्स सोसाइटी की दीवार गिरी
Greater Noida : नोएडा की जलवायु विहार हाउसिंग सोसायटी का मामला अभी शांत नहीं हुआ और ग्रेटर नोएडा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र में स्थित एसोटेक स्प्रिंग फील्ड्स हाउसिंग सोसाइटी में बीती रात को बारिश के कारण बेसमेंट की दीवार गिर गई। जिसके बाद पूरी सोसाइटी में हड़कंप मच गया। गरिमत रही कि उस दौरान कोई गाड़ी बेसमेंट से आवागमन नहीं कर रही थी। अगर ऐसा होता तो किसी की जान जा सकती थी। इस घटना के बाद पूरी सोसाइटी में लोगों के बीच दहशत का माहौल व्याप्त है। निवासियों को डर है कि अगर लगातार बारिश होती है तो बहुमंजिला इमारत की दीवार जमीन में ना धंस जाए। सोसायटी के लोगों में इस समय काफी दहशत है, क्योंकि लोगों का कहना है कि बारिश के कारण सोसाइटी में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सोसायटी में रहने वाले सैकड़ों लोगों की जान जोखिम में हैं।
जीटा-1 में स्थित है सोसाइटी
गुरुवार को पूरे दिन ग्रेटर नोएडा समेत पूरे एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश पड़ती रही। जिसकी वजह से काफी स्थानों पर पानी जमा हो गया। इसी दौरान ग्रेटर नोएडा शहर के जीटा-1 में स्थित एसोटेक स्प्रिंग फील्ड्स हाउसिंग सोसाइटी में यह हादसा हुआ। बीती रात को बारिश के कारण सोसायटी के बेसमेंट की दीवार गिर गई।
सोसाइटी वालों में दहशत का माहौल
सोसायटी के लोगों को कहना है कि बेसमेंट की इस दीवार के बिल्कुल बराबर में एक इमारत खड़ी हुई है। अगर बारिश के कारण जमीन धंस जाती है तो इमारत की दीवार भी जमीन में धंस सकती है। ऐसे में सोसाइटी वालों के दिल में डर का माहौल व्याप्त हो गया है। लोगों का कहना है कि बिल्डर की लापरवाही सामने आ गई है। इस समय सोसायटी में रहने वाले लोगों की जान जोखिम में है।
नोएडा में हुआ था बड़ा हादसा, 4 मजदूरों की मौत
आपको बता दें कि नोएडा में मंगलवार 21 अगस्त की सुबह एक बड़ा हादसा हुआ था। शहर की जलवायु विहार हाउसिंग सोसाइटी में दीवार गिरने से 4 मजदूरों की मौत हो गई। जलवायु विहार हाऊसिंग सोसायटी की जो दीवार गिरी है, उसके बराबर में नोएडा प्राधिकरण जेसीबी से खुदाई करवा रहा था। यह दीवार करीब 25-30 साल पुरानी है। शहर के लोगों का कहना है कि पुरानी और जर्जर दीवार के नीचे नाला बनाने के लिए जेसीबी से खुदाई की जाएगी तो क्या होगा? क्या मजदूर ऐसे ही कुर्बानी देते रहेंगे और इसमें किसी की कोई लापरवाही नही है? बाकी मजदूर खुद किसी तरह बचकर भाग गए। आखिर यह पूरे शहर में किया क्या जा रहा है?