Greater Noida News : यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती के पैतृक गांव बादलपुर में सीवर के पानी के शोधन के लिए बनाया गया सीवरेट प्लाॅट लंबे समय से बंद पड़ा है। ग्रामीणों का आरोप है कि अथॉरिटी से पता चला कि बंद पडे हुए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के संचालन की पेमेंट अफसरों ने लाखों रुपए हर महीने कर रहे है। बादलपुर के ग्रामीणों ने इस बात से नाराज होकर सीईओ को पत्र भेजा है।
रोजाना प्राधिकरण के चक्कर लगा रहे ग्रामीण
बादलपुर के ग्रामीणों का कहना है कि यूपी में जब गांव की बेटी मुख्यमंत्री थी तो ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अफसर बादलपुर गांव में हर रोज चक्कर लगाते और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करते थे, लेकिन अब गांव में सफाई कार्य में लगे सफाई कर्मचारी महीने में एक-दो दिन ही आते है। पीने के पानी के लिए गांव में लगी पानी की टंकी से पानी सप्लाई बंद है। ग्रामीण बाहर से पानी खरीदने को मजबूर है।
स्कूल और कॉलेज का भी बुरा हाल
गांव में पड़े सीवर के गंदे पानी के शोधन के लिए लगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लंबे समय से बंद पड़ा हुआ है। जबकि पता चला कि सीवरेज प्लांट की हर महीने ठेकेदार को सीवर कट ट्रीटमेंट प्लांट संचालन करने का हर महीने मोटा पैसा दिया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि इससे भी बदतर हालात गांव में बने स्कूल और कॉलेजों के हो गए है। स्कूल और कॉलेज में रखरखाव का कार्य नहीं कराया जा रहा है।