गौतमबुद्ध नगर के कोविड अस्पतालों में कम हुई बेड की मारामारी, व्हॉट्सएप पर हॉस्पिटल दे रहे जानकारी

राहतः गौतमबुद्ध नगर के कोविड अस्पतालों में कम हुई बेड की मारामारी, व्हॉट्सएप पर हॉस्पिटल दे रहे जानकारी

गौतमबुद्ध नगर के कोविड अस्पतालों में कम हुई बेड की मारामारी, व्हॉट्सएप पर हॉस्पिटल दे रहे जानकारी

Google Image | व्हॉट्सग्रुप पर हॉस्पिटल दे रहे जानकारी

  • ग्रेटर नोएडा के डेल्टा-2 टू सेक्टर में स्थित शर्मा मेडिकेयर अस्पताल ने अपने यहां की खाली बेड़ों की सूची व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा की है
  • यहां वेंटिलेटर के 1, आईसीयू के 3, ऑक्सीजन के 20 और गैर ऑक्सीजन के 20 बेड खाली हैं
  • पहले इसी अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे थे
कोरोना महामारी में अस्पतालों में बेड की मारामारी के बीच एक अच्छी खबर भी सामने आई है। निजी अस्पताल अपने यहां खाली बेड की सूची व्हाट्सएप ग्रुप पर शेयर कर रहे हैं ताकि जरूरतमंद लोग अस्पताल पहुंच कर सुविधा का लाभ ले सकें। हालांकि सरकारी अस्पतालों में भी अब पहले की तुलना में सुगमता से बेड मिल रहे हैं। इससे मरीजों और तीमारदारों को थोड़ी राहत मिली है।

जनपद में पहले की तुलना में कोरोना मरीजों के आंकड़ों में कमी आई है। आंकड़े बताते हैं कि अब ठीक होने वाले मरीज अधिक हैं, जबकि नए केस में कमी दर्ज की गई है। दूसरी लहर में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ तो अस्पतालों में बेड मिलना मुश्किल हो गया। लोग अपनों को भर्ती कराने के लिए अस्पतालों के चक्कर काटे और पहुंच वाले लोगों से सिफारिश करवाई, लेकिन बेड नहीं नसीब हुआ। इलाज के लिए निजी और सरकारी अस्पतालों में बेड पाना चुनौती बन गया था। बेड के लिए लोगों को कई-कई दिन तक इंतजार करना पड़ा, लेकिन अब हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। सरकारी के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी बेड मिलना पहले की तुलना में आसान हुआ है।

ऐसे दे रहे हैं जानकारी
निजी अस्पताल अपने यहां खाली पेट की सूची व्हाट्सएप ग्रुप पर भी शेयर कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा के डेल्टा-2 टू सेक्टर में स्थित शर्मा मेडिकेयर अस्पताल ने अपने यहां की खाली बेड़ों की सूची व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा की है। इसमें बताया गया है कि उनके यहां वेंटिलेटर के 1, आईसीयू के 3, ऑक्सीजन के 20 और गैर ऑक्सीजन के 20 बेड खाली हैं। अगर किसी को जरूरत है तो वह इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। पहले इसी अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे थे।

खाली हैं ऑक्सीजन बेड
ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल अस्पताल में भी ऑक्सीजन बेड मौजूद हैं। यहां करीब 150 ऑक्सीजन बेड खाली हैं। हालांकि यहां पर आईसीयू और वेंटिलेटर के बेड मिलना अभी मुश्किल है। अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. अजित कुमार ने बताया कि पहले की तुलना में बेड बढ़े हैं। इसलिए ऑक्सीजन बेड अभी खाली हैं। ग्रेटर नोएडा के प्रकाश अस्पताल में भी 15 ऑक्सीजन बेड खाली हैं। इसी तरह शहर के संजीवनी अस्पताल में भी करीब 10 ऑक्सीजन बेड खाली हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बड़े अस्पतालों में भी बेड खाली होना शुरू हो गए हैं।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.