अखलाक हत्याकांड के लिए सुर्ख़ियों में रहे बिसाहड़ा गांव में भाजपा नेताओं का विरोध, ग्रामीणों ने की नारेबाजी

ग्रेटर नोएडा : अखलाक हत्याकांड के लिए सुर्ख़ियों में रहे बिसाहड़ा गांव में भाजपा नेताओं का विरोध, ग्रामीणों ने की नारेबाजी

अखलाक हत्याकांड के लिए सुर्ख़ियों में रहे बिसाहड़ा गांव में भाजपा नेताओं का विरोध, ग्रामीणों ने की नारेबाजी

Tricity Today | अखलाक हत्याकांड के लिए सुखियों रहे बिसाहड़ा गांव में भाजपा नेताओं का विरोध

Dadri mob lynching Case: मोहम्मद अखलाख हत्याकांड ( Mohammed Akhlaq lynching) के लिए सुखियों रहे बिसाहड़ा गांव (Bisahada Village) में शनिवार को भाजपा नेताओं का विरोध हुआ है। दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) ने 4 वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। भाजपा सरकार की उपलब्धियां बताने के लिए गांव-गांव सभाएं कर रही है। शनिवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) के अध्यक्ष मोहित बेनीवाल (Mohit Beniwal BJP) ने गौतमबुद्ध नगर का दौरा किया था। इस दौरान वह ग्रेटर नोएडा के बिसाहड़ा गांव में एक सभा को संबोधित करने पहुंचे। वहां ग्रामीणों ने उनका विरोध किया। ग्रामीण सभा छोड़कर चले गए। भाजपा नेताओं के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है। स्थानीय नेताओं ने किसी तरह ग्रामीणों को समझाया और स्थिति को काबू किया।

बीजेपी वेस्ट यूपी के अध्यक्ष मोहित बेनीवाल शनिवार को 3 गांवों में जनसभाएं करने के लिए  गौतमबुद्ध नगर आए थे। उन्हें राज्य सरकार की उपलब्धियों के बारे में ग्रामीणों को बताना था। इस कार्यक्रम का दूसरा मकसद पंचायत चुनाव के लिए जन समर्थन जुटाना भी है। इसी सिलसिले में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और जेवर में तीन जनसभाएं प्रस्तावित की गई थीं। नोएडा में जनसभा करने के बाद मोहित बेनीवाल सैकड़ों भाजपाई कार्यकर्ताओं के साथ बिसाड़ा गांव पहुंचे। वहां मंच पर पहुंचते ही स्थानीय युवाओं और ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। गांव के युवक नारेबाजी करने लगे। माहौल बिगड़ता देखकर भाजपा के स्थानीय नेताओं ने माइक संभाला। ग्रामीणों से शांत होने की अपील की। ग्रामीण जनसभा छोड़कर जाने लगे। स्थानीय भाजपा नेताओं ने ग्रामीणों से वापस लौटकर आने का निवेदन किया। कुल मिलाकर हो-हल्ले और हंगामे के बाद जनसभा हुई।

ग्रामीणों ने हंगामे की दो वजह बताईं

भारतीय जनता पार्टी की सभा में विरोध कर रहे युवाओं से पूछा गया कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं। उन्होंने इसकी दो वजह बताई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनका गांव और आसपास के कई गांवों को दादरी ब्लॉक से निकालकर बिसरख ब्लॉक में शामिल कर दिया गया है। दरअसल, करीब 3 महीने पहले गौतमबुद्ध नगर में दनकौर ब्लॉक को खत्म कर दिया गया है। अब केवल 3 क्षेत्र पंचायत दादरी, बिसरख और जेवर हैं। इनका परिसीमन करते वक्त दादरी ब्लॉक के गांवों को निकालकर बिसरख ब्लॉक में शामिल किया गया है। यह गांव ज्यादातर ठाकुर बाहुल्य हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इसके पीछे ठाकुर समाज की राजनीतिक शक्ति को कम करने की साजिश है। 

राजनीतिक शक्ति कम करने की साजिश

ग्रामीणों ने दूसरी वजह जिला पंचायत के वार्ड नंबर-1 को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित करना बताया है। इन ग्रामीणों का कहना है कि जिला पंचायत के वार्ड नंबर-1 में ठाकुर बिरादरी कि करीब 90% वोट हैं। इस वजह से इस वार्ड को गलत ढंग से अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया है। मतलब, पूरी तरह ठाकुर समाज की राजनीतिक ताकत को गौतमबुद्ध नगर में समाप्त किया जा रहा है। एक ओर क्षेत्र पंचायत और दूसरी ओर जिला पंचायत में ठकुरों का प्रतिनिधित्व खत्म कर दिया है। यह पहले काटना और फिर उस पर नमक छिड़कने वाली बात है। इस वजह से भारतीय जनता पार्टी की सभा का विरोध किया जा रहा है। इस साजिश में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का हाथ है।

मोहित बेनीवाल ने बताईं सरकार की उपलब्धियां

किसी तरह मोहित बेनीवाल ने बिसाहड़ा गांव में जनसभा पूरी की। उन्होंने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को जानकारी दी। बताया कि राज्य सरकार प्रत्येक वर्ग के लिए बराबर काम कर रही है। जाति, धर्म या क्षेत्र के आधार पर किसी को प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। आदित्यनाथ सरकार ने महज चार वर्षों में उतने काम करके दिखाए हैं, जितने राज्य के इतिहास में कभी नहीं हुए हैं। सरकार ने महिला सुरक्षा, नागरिक उड्डयन और युवाओं को रोजगार देने के मामले में रिकॉर्ड कायम किया है।

अपनी बात कहने का सबको हक़: भाजपा

इस पूरे प्रकरण के बारे में गौतमबुद्ध नगर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष विजय भाटी से बात हुई। उन्होंने कहा, "सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। विरोध करना उनका लोकतांत्रिक हक है। उन लोगों ने अपनी बात रखी। हमने उनकी बात सुनी है। उस पर संगठन स्तर पर जो निराकरण किया जा सकता है, हम करने का प्रयास करेंगे। जनसभा शुरू होने पर कुछ युवकों ने विरोध जताया था। उनसे बातचीत की गई और फिर सभी लोग जनसभा में वापस लौट आए। हमने अपना पूरा कार्यक्रम शांति के साथ संपन्न किया। हमारे मन में उनके प्रति किसी भी तरह की नकारात्मक भावनाएं गुस्सा नहीं है। बिसाहड़ा भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण गांव है। उस गांव के लोगों ने बड़ी प्रतिकूल स्थितियों का सामना किया है। हम हमेशा उनके साथ हैं।

बिसाहड़ा में अखलाक की हत्या हुई थी

आपको बता दें कि बिसाहड़ा गांव दादरी क्षेत्र का वह गांव है जहां सितंबर 2015 में अखलाक नाम के व्यक्ति की पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें भारतीय जनता पार्टी से ताल्लुक रखने वाले युवक आरोपी हैं। यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में छा गया था। 28 सितंबर 2015 की रात भीड़ ने हमला करके 52 वर्षीय मोहम्मद अखलाक की हत्या कर दी थी। उस पर एक बछड़े का वध करने का संदेह था। इसके बाद यह मामला भारतीय राजनीति के केंद्र में आ गया था।

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