वेस्ट यूपी में पहली बार भारतीय जनता पार्टी पंचायत चुनावों में सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी है। अब तक वेस्ट यूपी में पंचायतों पर समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल हावी रहते आए हैं। इस बार भाजपा ने साबित कर दिया है कि नगर निकायों और शहरी क्षेत्रों को फतह करने के बाद गांवों में भी भाजपा राज कायम हो गया है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 में से 13 जिलों में भारतीय जनता पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष बनाए हैं। इस कामयाबी का ताना-बाना बुनने वाले वेस्ट यूपी बीजेपी के अध्यक्ष मोहित बेनीवाल हैं। खास बात यह है कि मोहित बेनीवाल आईआईटी इंजीनियर हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ठेठ देहाती राजनीति में एक आईआईटी इंजीनियर का कामयाब होना अपने आप में बड़ी कहानी है। मोहित बेनीवाल शामली जिले के रहने वाले हैं। प्रारंभिक शिक्षा शामली से हासिल करने के बाद उन्होंने इंजीनियर बनने का सपना संजोया। कामयाबी मिली और प्रतिष्ठित दिल्ली आईआईटी में बीटेक करने के लिए दाखिल हो गए। इंजीनियर बनने के बाद उनका झुकाव अचानक राजनीति की तरफ हुआ। जिस इलाके में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल जैसे राजनीतिक संगठन हावी थे, वहां मोहित बेनीवाल ने भारतीय जनता पार्टी को चुना।
शुरुआत भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा से हुई। पहले युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी में मंत्री बने। फिर भाजपा की वेस्ट यूपी इकाई में महामंत्री बनाए गए। पिछले साल 29 अगस्त 2020 को यूपी बीजेपी के चीफ स्वतंत्र देव सिंह ने मोहित बेनीवाल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी। यह जिम्मेदारी मिलते ही मोहित बेनीवाल के सामने विधान परिषद चुनाव खड़ा था। भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास में पहली बार शिक्षक और स्नातक सीटों पर कब्जा किया। भाजपा ने दिग्गज शिक्षक नेताओं ओम प्रकाश शर्मा व हेम सिंह पुंडीर की जोड़ी को हराने में कामयाबी हासिल की।
मोहित बेनीवाल के लिए दूसरी चुनौती त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव रही। इस पर भी मोहित ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। वेस्ट यूपी बीजेपी के दायरे में 14 जिले मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा, हापुड़, गाजियाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और बुलंदशहर आते हैं। इनमें से मुरादाबाद, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अमरोहा बुलंदशहर और मेरठ में पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव पर निर्विरोध जीत हासिल की। बाकी 8 जिलों में से 7 में मतदान के जरिए भाजपा ने जीत हासिल की है। केवल एक जिले बागपत में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।
एक तथ्य और काबिले गौर है। भारतीय जनता पार्टी ने सांगठनिक तौर पर पूरे उत्तर प्रदेश को 6 क्षेत्रों में विभाजित किया है। इनमें से केवल 2 क्षेत्रों पश्चिम और कानपुर में 14-14 जिले शामिल हैं। कानपुर क्षेत्र में भाजपा को 12 जिलों में कामयाबी मिली है। एक जिले में समर्थित उम्मीदवार जीता है। केवल पश्चिम क्षेत्र ऐसा है, जहां भाजपा के 13 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इस धमाकेदार जीत पर मोहित बेनीवाल ने कहा, "यह हमारे संगठन और कार्यकर्ताओं की जीत है। निस्संदेह इस कामयाबी से गांवों में निचले स्तर तक भारतीय जनता पार्टी का संगठन मजबूत हुआ है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विकास योजनाओं को अब गांव और मोहल्लों तक लागू करने में कामयाबी मिलेगी।"