Greater Noida : गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ.विकास प्रधान के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर ज्ञापन सौंपा है। इस संबंध में संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी आलोक नागर और प्रदेश महासचिव कृष्ण नागर ने कहा कि एनटीपीसी से प्रभावित किसान पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे। शासन-प्रशासन द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज करना लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।
किसानों ने पुलिस एक्शन को अमानवीय करार दिया
किसानों ने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने महिलाओं और बच्चों पर लाठियों से प्रहार किया है, वह अमानवीय है। इस प्रकरण ने अंग्रेजी हुकूमत की यादें ताजा कर दी हैं। जिन 13 किसानों को जेल भेजा गया है, उन किसानों की सकुशल रिहा किया जाए। घायल किसानों के इलाज सहित उनकी सभी मांगों को प्रशासन को पूर्ण करना चाहिए। इन सभी समस्याओं को लेकर उप जिलाधिकारी कोमल पंवार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है।
यमुना अथॉरिटी की एसीईओ को भी ज्ञापन दिया
संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेश भाटी ने बताया कि 7 नवंबर को जिला मुख्यालय पर महापंचायत होगी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरूणवीर सिंह के नाम ज्ञापन एसीईओ मोनिका रानी को सौंपा है। क्षेत्र के किसानों की मुख्य समस्याएं अतिरिक्त मुआवजा, बैकलीज, 10% विकसित भूखंड, एनपीसीएल और यूपीसीएल से प्रभावित किसान और युवाओं को रोजगार सहित अन्य मुद्दे हैं। इनको लेकर 7 नवंबर को महापंचायत होगी। इस मौके पर सुबेदार गिर्राज, जग्गी पहलवान, प्रताप नागर, आलोक नागर, अमित अवाना, लोकेश भाटी, कृष्ण नागर, संजय कसाना, रीना भाटी, नीलम वर्मा, कपिल कसाना, विपिन कसाना, नरेंद्र भाटी, अशोक भाटी, शुभम चेची और मोहित भाटी मुख्य रूप से मौजूद रहे।