भाकियू क्रांति की सीएम योगी से बड़ी मांग- यूपी के किसानों को सहायता राशि दे सरकार, लापरवाह अफसरों पर लें एक्शन

बड़ी खबरः भाकियू क्रांति की सीएम योगी से बड़ी मांग- यूपी के किसानों को सहायता राशि दे सरकार, लापरवाह अफसरों पर लें एक्शन

भाकियू क्रांति की सीएम योगी से बड़ी मांग- यूपी के किसानों को सहायता राशि दे सरकार, लापरवाह अफसरों पर लें एक्शन

Google Image | अध्यक्ष परविंदर यादव

भारतीय किसान यूनियन क्रांति के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष परविंदर यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन, नोएडा पुलिस कमिश्नर और प्रधानमंत्री कार्यालय को एक महत्वपूर्ण पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने किसानों को आने वाली तकलीफों के बारे में विस्तार से लिखा है। साथ ही प्रशासन के उदासीन रवैये पर चिंता जाहिर की है। दरअसल पिछले 3-4 दिनों से यूपी के हर क्षेत्र में बारिश का कहर बरपा है। इसकी वजह से प्रदेश के केंद्रों पर रखी गेहूं को भारी नुकसान हुआ है। 

क्रय केंद्रों पर भीगा गेहूं
अपनी चिट्ठी में परविंदर यादव ने लिखा है कि, “पिछले तीन-चार दिनों में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में बारिश ने अपना कहर बरपाया है। ओलावृष्टि एवं तेज बारिश होने के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अभी गेहूं की फसल बिक नहीं पाई है। क्रय केंद्रों पर लंबी लाइन होने की वजह से रोज किसानों को चक्कर लगाना पड़ता है। लेकिन सिर्फ कुछ लोगों की खरीदारी हो पाई है। प्रदेश के ज्यादातर किसानों की गेहूं की खरीदारी अभी भी बाकी है।बारिश की वजह से केंद्रों के बाहर किसानों के गेहूं भीग गए।
सब्जियों की फसल को पहुंचा नुकसान
जबकि सब्जियों की फसल में रोग लगना शुरू हो गया है। तरबूज की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। तेज बारिश होने से कुछ फसल पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। तूफान से आम के फल गिर गए हैं और बागवानी को भी काफी नुकसान हुआ है। इस बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को काफी क्षति उठानी पड़ी है। सरकार को किसानों के नुकसान के बारे में विचार करना चाहिए। किसान अन्नदाता है। लेकिन अगर उसके उपजाए अनाज का अपमान होगा, तो वह कैसे बर्दाश्त कर सकता है? 

लापरवाही बरत रहे हैं अफसर
प्रदेश के कई जिलों में गेहूं क्रय केंद्रों पर बारिश में भीग रही है। लेकिन फिर भी विभागीय अधिकारी गेहूं को बारिश से बचाने की सुध नहीं दे रहे हैं। केंद्र पर किसानों से खरीदा हुआ गेहूं खुले में पड़ा है। इसे बचाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं। गेहूं से भरी हुई बोरियों के आसपास पड़ा गेहूं अफसरों की लापरवाही को बयां कर रहा है। बारिश में गेहूं भीग रहा है। लेकिन फिर भी अफसर सुध नहीं ले रहे हैं। अफसरों की लापरवाही के कारण कब तक अनाज बर्बाद होगा? 

मदद राशि दे सरकार
आखिर कब तक किसानों का अपमान होगा? सरकारी वेतन की रोटी खाने वाले कब किसानों का दर्द सोचेंगे? लापरवाही को लेकर अफसरों पर कब कार्रवाई होगी? सरकार जल्द ही उत्तर प्रदेश के समस्त जिलों में क्रय सेंटर्स की संख्या बढ़ाए। ताकि इस तरह से बारिश में भीगने से गेहूं बर्बाद ना हो। इसके साथ-साथ किसानों को कुछ सहायता सरकार की तरफ से मिले, जिससे कि वह अपना जीवन व्यतीत कर सकें। अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें।

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