बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर यह रखा जाएगा, सीईओ नरेंद्र भूषण ने रेल मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव, पूरी जानकारी

ग्रेटर नोएडा से बड़ी खबर : बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर यह रखा जाएगा, सीईओ नरेंद्र भूषण ने रेल मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव, पूरी जानकारी

बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर यह रखा जाएगा, सीईओ नरेंद्र भूषण ने रेल मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव, पूरी जानकारी

Tricity Today | CEO Narendra Bhooshan

Greater Noida News : जल्द ही बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम बदल दिया जाएगा। इसको लेकर ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने सिफारिश की है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन के माध्यम से भारतीय रेल मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है कि बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ग्रेटर नोएडा रेलवे स्टेशन किया जाए। अब इस विषय पर रेलवे मंत्रालय विचार करेगा और उसके बाद ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी को जवाब देगा।

5 सालों में बदलेगी सूरत
ग्रेटर नोएडा ऑथोरिटी के सीईओ का कहना है कि बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के पास मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और लॉजिस्टिक हब बनाए जाएंगे। इसका कार्य तेजी से चल रहा है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी इस पर काफी तेजी के साथ कार्य कर रही है। उम्मीद है कि आने वाले 5 सालों में ग्रेटर नोएडा और आसपास के लोगों को अंतराज्यीय ट्रेन पकड़ने के लिए आनंद विहार नहीं जाना होगा। इन लोगों को ग्रेटर नोएडा बोड़ाकी रेलवे स्टेशन से ही कहीं की भी ट्रेन मिल जाएगी। इसलिए बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ग्रेटर नोएडा रेलवे स्टेशन ग्रेटर नोएडा रेलवे स्टेशन रखना चाहिए। 

और भी बेहतर होंगी सुविधा
ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के पास मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और लॉजिस्टिक हब बनाने के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। इस पर काफी तेजी के साथ कार्य किया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा के मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब में प्रस्तावित रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन और बस अड्डे को स्काई वॉक (ट्रैवलर) से जोड़ा जाएगा। इससे यात्रियों को बहुत सुविधा हो जाएगी। यात्रियों को रेलवे स्टेशन से बस अड्डा या फिर मेट्रो स्टेशन के बीच सामान लेकर पैदल नहीं भागना पड़ेगा, बल्कि ट्रैवलर पर एक जगह खड़े हो जाएंगे और अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे। इस पूरी परियोजना का कॉन्सेप्ट प्लान तैयार हो चुका है। ग्रेटर नोएडा के इस मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब को दिल्ली के आनंद विहार से भी बेहतर और सुविधाजनक बनाने की तैयारी है।

बोड़ाकी में बनेगा इंटरनेशनल लेवल का रेलवे स्टेशन
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भारत सरकार के सहयोग से बोड़ाकी के आसपास 7 गांवों की 478 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया है। यहां मल्टीमॉडल ट्रांंसपोर्ट और लॉजिस्टिक हब विकसित करने की योजना तैयार की है। इन दोनों परियोजनाओं पर भारत सरकार की मंजूरी मिल चुकी है। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के तहत तीन अहम परियोजनाएं हैं। इनमें बोड़ाकी के पास एक इंटरनेशनल फेसेलिटी वाला रेलवे टर्मिनल बनेगा। ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास रहने वालों को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के लिए ट्रेनें यहीं से मिलेंगी। अब यहां के लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए दिल्ली, नई दिल्ली या आनंद विहार रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सारी सुपरफास्ट ट्रेन यहां ठहरकर चलेंगी। ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने बताया कि इस रेलवे टर्मिनल को रेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। अगले पांच साल में इसके बनने के बाद पूरब की ओर जाने वाली अधिकतर ट्रेनें यहीं से चलेंगी।

ग्रेटर नोएडा से आगे बोड़ाकी जाएगी एक्वा लाइन मेट्रो
मेट्रो कनेक्टिविटी की सुविधा विकसित की जाएगी। यह तीसरी परियोजना है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा को जोड़ते हुए डिपो स्टेशन से मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक एक्वा लाइन मेट्रो जाएगी। मौजूदा डिपो स्टेशन से मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक करीब तीन किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन और बनेगी। दूसरी ओर लॉजिस्टिक हब से माल ढुलाई की राह आसान हो जाएगी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के उद्योगों की जरूरत को देखते हुए यह परियोजना बेहद खास है। मुंबई, बिहार, बंगाल और गुजरात तक पहुंचने में अभी चार-पांच दिन का वक्त लगता है। इसके शुरू होने के बाद माल डेढ़ दिन में पहुंच सकेगा। दादरी के पास से गुजर रहे दोनों डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर इससे जोड़े जाएंगे। इसके अलावा लॉजिस्टिक हब में वेयर हाउस भी बनेंगे।

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