Gautam Buddh Nagar News : बहुजन समाज पार्टी ने गौतमबुद्ध नगर में नई कार्यकारिणी घोषित कर दी है। पार्टी ने लख्मी सिंह को एक बार फिर बतौर जिलाध्यक्ष जिम्मेदारी सौंपी है। इस बार कई नए चेहरे भी सामने आए हैं। दादरी से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले मनवीर भाटी को जिला महामंत्री नियुक्त किया गया है। यह सांगठनिक तौर पर मनवीर के लिए बड़ी जिम्मेदारी है। बसपा में भी समाजवादी पार्टी की तरह जिला कार्यकारिणी में केवल एक महामंत्री होता है। इस 11 सदस्यीय कार्यकारिणी में एक उपाध्यक्ष, तीन सचिव और दो सदस्य हैं। बामसेफ और बहुजन वालेंटियर्स फोर्स के जिला संयोजक भी घोषित किए गए हैं। यह जानकारी खुद जिलाध्यक्ष लख्मी सिंह की ओर से दी गई है।
चुनाव के बाद मायावती ने भंग कर दी थीं सभी इकाई
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बेहद निराशाजनक परिणाम आने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश अध्यक्ष को छोड़कर बाकी सभी इकाइयां भंग कर दी थीं। लिहाजा, गौतमबुद्ध नगर जिला इकाई भी भंग थी। जिसका शुक्रवार को पुनर्गठन किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष और वेस्ट यूपी के कॉर्डिनेटर की सहमति से नई जिला कार्यकारिणी की घोषणा खुद पुनर्नियुक्त जिलाध्यक्ष लख्मी सिंह ने की है। आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर बसपा अध्यक्ष मायावती का गृह जनपद है। पूरे राज्य में सबसे पहले गौतमबुद्ध नगर जिला इकाई का नए सिरे से गठन किया गया है।
किसे क्या जिम्मेदारी दी गई है
जिलाध्यक्ष लख्मी सिंह ने बताया कि अय्यूब मलिक को जिला उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। दादरी विधानसभा सीट से पार्टी के प्रत्याशी रहे मनवीर भाटी को महामंत्री बनाया गया है। बाबूलाल गौतम, ओमप्रकाश सिंह एडवोकेट और मेघानन्द को जिला सचिव नियुक्त किया गया है। प्रताप सिंह फौजी को जिला खजांची की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सुभाष जाटव और जोगेंद्र सिंह जिला कार्यकारिणी के सदस्य मनोनीत किए गए हैं। बामसेफ का संजोजक स्वदेश बर्मन और बीवीएफ की जिम्मेदारी वीरपाल सिंह को सौंपी गई है।
तीन बड़े नेता पार्टी से बाहर किए गए
दोबारा जिम्मेदारी सम्भालते ही जिलाध्यक्ष लख्मी सिंह ने पार्टी के तीन दिग्गज नेताओं को बर्खास्त किया है। इनमें दादरी से दो बार विधायक रहे सतवीर गुर्जर भी शामिल हैं। पूर्व विधायक के अलावा जेवर सीट से प्रत्याशी रहे नरेंद्र डाढा और उनके बड़े भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र डाढा को पार्टी से बर्खास्त किया गया है। कार्रवाई करते हुए जिलाध्यक्ष ने निष्कासन पत्र में लिखा कि तीनों नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। इन्हें पूर्व में चेतावनी दी गई थी।