उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम विभागों से बड़ा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का बजट, टूट गए सारे रिकॉर्ड

बड़ी खबर : उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम विभागों से बड़ा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का बजट, टूट गए सारे रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम विभागों से बड़ा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का बजट, टूट गए सारे रिकॉर्ड

Tricity Today | बोर्ड मीटिंग

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बोर्ड की मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट बैठक हुई। अथॉरिटी का रिकॉर्ड तोड़ बजट पास किया गया है। अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम विभागों से बड़ा बजट ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने पास किया है। चालू वित्त वर्ष में अथॉरिटी तमाम परियोजनाओं के लिए 5,104 करोड़ रुपये बजट को मंजूरी दे दी है। औद्योगिक विकास आयुक्त और नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन संजीव मित्तल की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित बोर्ड बैठक में इस पर मुहर लग गई है। यह वित्तीय वर्ष 2017-18 के बाद सबसे बड़ा बजट है। इस बार के बजट में सर्वाधिक जोर जमीन अधिग्रहण, इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने और गांवों व सेक्टरों के विकास कार्यों पर दिया गया है।

महामारी के बाद विकास ने पकड़ी रफ्तार
कोरोना संकट से निपटने के बाद ग्रेटर नोएडा ने एक बार फिर विकास की तेज रफ्तार पकड़ ली है। इस बार के बजट में इसकी झलक दिखाई पड़ेगी। खासकर लैंड बैंक बढ़ाने पर खासा जोर दिया जा रहा है। बैठक के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि बीते कुछ वर्षों में ग्रेटर नोएडा के प्रति औद्योगिक निवेशकों का रुझान तेजी से बढ़ा है। तमाम निवेशक उद्योग लगाने के लिए जमीन मांग रहे हैं। उनको जमीन उपलब्ध कराने के लिए प्राधिकरण लगातार प्रयासरत है। इस वजह 2022-23 के बजट में जमीन अधिग्रहण पर अधिक जोर दिया जा रहा है। इसके लिए करीब 2,000 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है। 

कैपिटल और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर अथॉरिटी का जोर
प्राधिकरण इस साल कैपिटल व इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने पर विशेष फोकस कर रहा है। इसके लिए लगभग 1,714 करोड़ रुपये का बजट तय किया है। अन्य राजस्व व्यय के रूप में ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों व गांवों के विकास, स्वास्थ्य सेवाओं आदि पर इस साल लगभग 1,400 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने का लक्ष्य है। वहीं, इस साल प्राधिकरण को लगभग 7322 करोड़ रुपये की आमदनी होने का अनुमान है, जिसमें आवंटियों से प्राप्त होने वाली रकम के साथ ही अन्य राजस्व भी शामिल हैं। वहीं, कोरोना संकट के बावजूद बीते वित्तीय वर्ष में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को करीब 2200 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई है।

बोर्ड बैठक में मौजूद रहे राज्य के शीर्ष अधिकारी
इस बैठक में औद्योगिक विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार वर्चुअल रूप से मौजूद रहे। वहीं, नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी, यीडा के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ अदिति सिंह, दीप चंद्र व अमनदीप डुली, ओएसडी सचिन सिंह समेत बोर्ड सदस्यों के रूप में कई अधिकारीगण मौजूद रहे।  

ग्रेटर नोएडा के किस साल कितना बजट रहा
वर्ष                 बजट
2017-18       6443
2018-19       3639
2019-20       4260
2020-21       4369
2021-22       4398
2022-23       5040

शहर और गांवों के रखरखाव पर खर्च होंगे 858 करोड़
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बोर्ड ने सेक्टरों व गांवों के रखरखाव व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए  858 करोड़ रुपये का बजट पास किया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधीन आने वाले गांवों में विकास व रखरखाव कार्यों के लिए इस साल 239 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। ये रकम गांवों में सामुदायिक केंद्र, सड़कें बनाने, नालियों का निर्माण, सीवर, स्मार्ट विलेज, खड़ंजे, विद्युतीकरण आदि  कार्यों पर खर्च की जाएगी। गांवों के साथ ही शहर के रखरखाव को और बेहतर बनाने पर भी प्राधिकरण का जोर रहेगा। इसके लिए प्राधिकरण ने 489 करोड़ रुपये का बजट तय किया है। इस पर बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इसके अंतर्गत सड़कें दुरुस्त करने, नाली, सीवर आदि कार्य होंगे। शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए प्राधिकरण इस साल 127 करोड़ रुपये खर्च करेगा। प्राधिकरण बोर्ड ने इस पर मंजूरी दे दी है। इसमें मुख्य रूप से कूड़े का निस्तारण, फॉगिंग व एंटी लार्वा का छिड़काव, सैनिटाइजेशन, रैन बसेरा आदि कार्य कराए जाएंगे।

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