सरकारी स्कूलों के बच्चों को अब नंबर नहीं स्टार मिलेंगे, जानिए क्यों लिया यह फैसला

गौतमबुद्ध नगर : सरकारी स्कूलों के बच्चों को अब नंबर नहीं स्टार मिलेंगे, जानिए क्यों लिया यह फैसला

सरकारी स्कूलों के बच्चों को अब नंबर नहीं स्टार मिलेंगे, जानिए क्यों लिया यह फैसला

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

Greater Noida News : हमारे देश में ऐसे काफी प्राइवेट स्कूल है, जिनमें बच्चों को अंक नहीं दिए जाते। बल्कि उनको स्टार मिलते हैं। इसी तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। गौतमबुद्ध नगर के परिषदीय विद्यालय में अब बच्चों को अंक नहीं मिलेंगे। उनकी मेहनत को स्टार में तब्दील किया जाएगा। यानी कि बच्चों को अंक नहीं बल्कि अब स्टार मिलेंगे। रिपोर्ट कार्ड में केवल पढ़ाई ही नहीं बल्कि शारीरिक और मानसिक गतिविधियों को शामिल किया जाएगा। इसमें बच्चों की लंबाई और वजन भी दर्ज किया जाएगा।

मूल्यांकन 4 अलग-अलग टर्म में किया जाएगा
परिषदीय स्कूलों के छात्रों के रिपोर्ट कार्ड में अगले शैक्षिक सत्र से अंक की बजाय स्टार दिए जाएंगे। विद्यार्थियों का समग्र मूल्यांकन 4 अलग-अलग टर्म में किया जाएगा। इन सरकारी विद्यालयों में अभी तक रिपोर्ट कार्ड में अंक दिए जाने का प्रावधान है। बेसिक शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर बच्चों का समग्र मूल्यांकन सुनिश्चित किया जाएगा। 

कई गतिविधियों को लेकर अभिरुचि जागृत होगी
नए शैक्षिक सत्र से यह व्यवस्था लागू की जा रही है। इसे लेकर महानिदेशक स्कूली शिक्षा की तरफ से निर्देश जारी किया गया। वर्ष में दो बार फरवरी और सितंबर में मूल्यांकन होगा। एनसीईआरटी की तरफ से यह रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है। शिक्षकों का मानना है कि इस व्यवस्था से बच्चों का मानसिक विकास होगा और उनमें काफी प्रकार की गतिविधियों को लेकर अभिरुचि जागृत होगी।

इन पर भी होगा स्टार का आकलन
रिपोर्ट कार्ड में छात्रों के संज्ञानात्मक पक्ष में स्वच्छता, स्वास्थ्य, सामाजिक, स्व जागरूकता, कलात्मक अभिरुचि एवं कौशल और अभिवृत्तियां एवं व्यवहार पर आकलन होगा। विषय आधारित आकलन में हिन्दी, गणित और अंग्रेजी में स्टार दिए जाएंगे। कक्षा तीसरी से आठवीं तक हिन्दी, गणित, अंग्रेजी के साथ पर्यावरण अध्ययन, सामाजिक और विज्ञान विषय के आधार पर भी आकलन होगा।

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