सरकार और किसानों की लड़ाई में सैकड़ों बच्चे भूख और प्यास से तड़प रहे, दादरी ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे लगा भीषण जाम, हजारों वाहन फंसे, देखिए वीडियो

ग्रेटर नोएडा : सरकार और किसानों की लड़ाई में सैकड़ों बच्चे भूख और प्यास से तड़प रहे, दादरी ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे लगा भीषण जाम, हजारों वाहन फंसे, देखिए वीडियो

सरकार और किसानों की लड़ाई में सैकड़ों बच्चे भूख और प्यास से तड़प रहे, दादरी ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे लगा भीषण जाम, हजारों वाहन फंसे, देखिए वीडियो

Tricity Today | सरकार और किसानों की लड़ाई में सैकड़ों बच्चे भूख और प्यास से तड़प रहे

  • - ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे लगा भीषण जाम
  • - हजारों यात्री हाईवे पर फंसे
  • - बसों में सवार बच्चे भूख और प्यास से तड़प रहे
  • - किसानों ने किया हाईवे जाम
  • - तीन कृषि कानूनों को लेकर हो रहा प्रदर्शन
किसानों तीन कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने ग्रेटर नोएडा ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर जाम कर रखा है। लेकिन किसानों और सरकार की इस लड़ाई में छोटे-छोटे बच्चें भूख और प्यास के कारण तड़प रहे है। इस बच्चों को काफी घंटों से खाना और पानी नहीं मिला है। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे है कि आखिर इन बच्चों का क्या दोष है। किसान लगातार तीन कृषि नए कानून को रद्द करने के लिए प्रदर्शन कर रहे है। लेकिन किसानों का यह प्रदर्शन आम जनता के लिए मुसीबत बन गया है। ग्रेटर नोएडा के दादरी बील अकबरपुर ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर किसानों के प्रदर्शन के कारण वाहनों का लंबा जाम लग गया है। जिसका असर पूरे ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर है।



किसानों के इस प्रदर्शन के कारण ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर वाहनों की लंबी लाइन और भीषण जाम लगा हुआ है। जिसमें कई हजार वाहन फंसे हुए है। इस वाहनों में बस भी शामिल है। जिसमें कई महिलाएं और छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी है। हाईवे पर जाम होने के कारण इन मासूम बच्चों को खान नहीं मिल पा रहा है। हाईवे पर आस-पास खाने की कोई भी व्यवस्था नहीं है।

एक पीड़ित ने बताया कि वह अपने बच्चों के साथ बस में बैठकर कही जा रहे है। लेकिन हाइवे पर जाम होने के कारण जिस बस में वह और उनका परिवार सवार है, वो बस ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर देर रात से फंसी हुई है। ऐसे में वह और उनका पूरा परिवार भूखा है। उनके छोटे-छोटे बच्चे है। लेकिन जाम लगने के कारण उनके बच्चे भूख के कारण परेशान है, लेकिन को कुछ भी नहीं कर पा रहे है। यह हाल सिर्फ एक परिवार का ही नहीं बल्कि कई परिवारों का है।

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